काश वहशियों ने जिंदा छोड़ दिया होता तो कितनी खुशी होती
88 फीसदी नंबरों से पास हुई नवाबगंज हत्याकांड में मारी गई मिलाक्षी गुप्ता
रिजल्ट देखकर भाई-बहनों की आंखों में आए आंसू ALLAHABAD: नवाबगंज के जूड़ापुर गांव के नृशंस हत्याकांड में मारी गई मिलाक्षी गुप्ता ने मरने के बावजूद अपने परिवार का नाम रौशन किया है। यूपी के इंटरमीडिएट रिजल्ट में 88 फीसदी अंक प्राप्त किए हैं। उसने अधिकतर विषयों में 90 फीसदी या उससे अधिक नंबर हासिल किए हैं। यह देखकर उसकी बहन बबिता की आंखों में आंसू आ गए। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर से बातचीत में उसने बताया कि हमें उसके अच्छे नंबरों से पास होने की उम्मीद थी और उसने ऐसा कर दिखाया। आज वह जिंदा होती तो पूरा परिवार मिलकर इन खुशियों को बांटता। बधाई देने वालों का लगा रहा तांता23 अप्रैल की रात हुए हत्याकांड में अपने माता-पिता और दो बहनों को खो चुकी बबिता और उसका भाई इस समय सर्किट हाउस में ठहरे हुए हैं। शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें मिलाक्षी के अच्छे नंबरों से पास होने की खबर दी। यह सुनकर दोनों भाई बहनों की आंखें भर आई। बबिता ने बताया अमिलाक्षी नवाबगंज आरडी कॉलेज में पढ़ती थी। शुरू से वह पढ़ने में काफी तेज थी और इंटरमीडिएट में अच्छे नंबर लाकर अपने परिवार का नाम रौशन करना चाहती थी। उसने ऐसा करके दिखा दिया। मिलाक्षी ने साइंस साइड से फर्स्ट डिवीजन ऑनर्स में परीक्षा पास की है। रिजल्ट डिक्लेयर होने के बाद सर्किट हाउस में बधाई देने वाले पहुंच गए। बता दें कि इस हत्याकांड में जुड़ापुर गांव के रहने वाले मक्खनलाल गुप्ता, पत्नी मीरा सहित दो जवान बेटियों की दुष्कर्म कर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में बबिता और उसका भाई रंजीत घर में नही होने से बच निकले थे। पुलिस अभी तक इस हत्याकांड का खुलासा नही कर सकी है।
ये रहे नंबर जनरल हिंदी- 80 इंग्लिश- 76 मैथ- 96 फिजिक्स- 91 केमेस्ट्री- 93 योग- 436 परसेंटेज- 88 साइड- साइंस साइड डिवीजन- फर्स्ट ऑनर्स