बिहार : सेना में भर्ती के नाम पर चल रही थी डील, पुलिस ने सरगना समेत कई लोगों को किया गिरफ्तार
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PATNA : सेना में बहाली के नाम पर बड़ा खेल चल रहा था। जाल फेंक कर कैंडीडेटस फंसाए जा रहे थे फिर बहाली के लिए ठगी कर ली जाती थी। पुलिस जालसाजों की गिरफ्तारी के बाद उनका लिंक खंगालने में लगी है। पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ा है जिनसे पूछताछ कर बड़े खुलासे की तरफ गाड़ी बढ़ाई जा रही है। गिरफ्तार बदमाशों में गिरोह का सरगना मुन्ना सिंह भी शामिल है जिसने कई राज उगला है। बदमाशों के पास से पुलिस ने 15 लाख रुपए नकद के साथ नोट की गिनती करने वाली मशीन, लैपटॉप, प्रिंटर, स्कॉर्पियो गाड़ी बरामद किया है।
काफी दिनों से सक्रिय था गिरोह
एसएसपी मनु महाराज को सूचना मिली थी कि सेना में बहाली के नाम पर कैंडीडेट्स से ठगी का एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है। सूचना मिली कि पटना के रूपसपुर में ठिकाना बनाए हुए हैं। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए पटना सेंट्रल एसपी (प्रभारी ) के नेतृत्व में टीम गठित किया और रंगदारी सेल के तेजतर्रार पुलिस पदाधिकारियों को शामिल किया। इसमें रूपसपुर थानाध्यक्ष को भी कार्रवाई के लिए लगाया गया।
छापेमारी के बाद हुई कार्रवाई
पुलिस टीम ने सूचना के आधार पर एसएसपी के क्लू के बाद उक्त जगह पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस उस समय भारी सफलता मिली जब रैकेट के सरगना मुन्ना सिंह को गिरफ्तार कर किया। उससे पूछताछ के आधार पर सेना में भर्ती कराने के नाम पर पैसा वसूलने वाले रैकेट में सक्रिय रूप से शामिल जगदीश कुमार और पिन्टू को भी गिरफ्तार किया गया। इनसे पूछताछ के आधार पर पुलिस और खुलासा करेगी।
पूछताछ में मिला बड़ा क्लू
एसएसपी मनु महाराज का कहना है कि पुलिस टीम की पूछताछ में यह जानकारी हाथ लगी है कि झांसे में फंसे नौजवानों का पूरा प्रमाण-पत्र गिरोह के सदस्य कब्जे में ले लेते थे। सबसे बड़ी बात यह है कि गिरोह के सदस्य मेटल डिटेक्टर दिखाकर लोगों को झांसा में फंसा लेते थे। एसएसपी के अनुसार गिरोह के ऊपर आरा, छपरा, मुजफ्फरपुर और पटना में कई मामले दर्ज हैं। आर्मी की संलिप्तता को लेकर एसएसपी ने कहा कि अभी मामले की जांच चल रही है। इस मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी का कहना है कि मामला नौजवानों के भविष्य और करियर से खिलवाड़ करने का है इसलिए इसमें कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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