- लापरवाही ने ली दो मजदूरों की जान, सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर कराया जा रहा निर्माण कार्य

- दुर्घटना बता अपनी जिम्मेदारी पूरी करने में जुटे अधिकारी

GORAKHPUR: शहर के भीतर सरकारी निर्माण कार्य के दौरान मजदूरों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. नोडल एजेंसियां और ठेकेदार मानक की धज्जियां उठाकर मजदूरों से काम ले रहे हैं. शाहपुर एरिया के आनंद विहार कॉलोनी में नाला निर्माण के दौरान चहारदीवारी ढहने से दो मजदूरों की जान चली गई. घटना के बाद जिम्मेदारों ने मजदूरों की मौत पर मुआवजा का मरहम लगाना शुरू कर दिया. किसी तरह से मामला शांत हो जाए इसकी कोशिशें शुरू हो गई. नगर निगम के अधिकारियों से लेकर ठेकेदार तक दुर्घटना बताकर अपनी जिम्मेदारी पूरी करते रहे. इसके पहले भी शहर में सरकारी निर्माण कार्य के दौरान दीवार ढहने की घटनाएं हो चुकी हैं. एम्स के सामने नाला निर्माण के दौरान बाउंड्रीवॉल ढहने से मजदूर घायल हो गए थे. विभागीय निर्माण कार्य के दौरान नगर निगम के जूनियर इंजीनियर भी दुर्घटना के शिकार हो चुके हैं. अब सवाल यह उठता है कि दो मजदूरों की 'हत्या' के लिए नगर निगम के अधिकारी, कंस्ट्रक्शन वर्क में लगी कंपनी और साइट इंजीनियर में कौन कितना जिम्मेदार है. कौन इनकी जवाबदेही तय करेगा.

सुरक्षा मानक की अनदेखी से गिरी दीवार गंगा नगर, आनंद विहार कॉलोनी में 800 मीटर नाला का निर्माण कार्य ठेकेदार गायत्री एसोसिएट्स ने शुरू कराया है. करीब 600 मीटर निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. शेष काम के लिए नाला की मिट्टी खोदाई चल रही है. सोमवार सुबह पौने 11 बजे मोहल्ले के मनोज जायसवाल के घर के सामने खोदाई चल रही थी. चहारदीवारी भरभराकर ढह पड़ी जिसके नीचे मजदूरों के दबने से चीख पुकार मच गई. मजदूरों के दबने पर उधर से गुजर रहे एसआई रघुनंदन त्रिपाठी रुक गए. मां का उपचार कराने जा रहे नगर निगम के उपसभापति बृजेश सिंह छोटू पहुंच गए. दरोगा की मदद से कुछ दूरी पर नाला की सफाई कर रही जेसीबी को लगाकर मलबा हटाया गया. स्कूल जा रही ऑटो को रोककर गंभीर हाल मजदूरों को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया. घायल हुए मजदूर श्रीराम का उपचार कराया गया.

दौड़भाग में जुटे रहे अफसर, टालते रहे मामला

नगर निगम के निर्माण कार्य में दो मजदूरों की मौत से हड़कंप मच गया. मजदूरों की पहचान गुलरिहा एरिया के छोटकी बरौली निवासी शंकर पासवान और राम कमल के रूप में हुई. नायब तहसीलदार नगर राधेश्याम गुप्ता ने मौका मुआयना किया. परिजनों की तरफ से तहरीर लेकर पुलिस इत्फाकिया मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई में जुट गई. नायब तहसीलदार ने जांच पड़ताल के बाद दोनों मजदूरों के परिजनों को मुख्यमंत्री सर्वहित बीमा योजना के तहत पांच-पांच लाख रुपए की मदद दिलाने का आश्वासन दिया. पार्षद बृजेश सिंह छोटू ने मजदूरों के दाह संस्कार के लिए ठेकेदार से 20-20 हजार रुपए की मदद दिलाई.

पेड़ में लगाया सपोर्ट, दीवार छोड़ बढ़ गए आगे

मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को बताया कि निर्माण कार्य में लापरवाही बरती जा रही थी. बांउड्रीवॉल और सड़क के बीच एक पेड़ भी है. जिसे गिरने से बचाने के लिए बांउड्रीवॉल को बिना बांस-बल्ली का सपोर्ट दिए नाला खोदाई शुरू करा दी गई थी. बाउंड्रीवॉल की दीवार पुरानी होने से भरभराकर ढह गई जिसकी चपेट में आने से नींव खोद रहे मजदूरों की जान चली गई. साइट इंजीनियर भी मौके पर मौजूद नहीं थे. बताया जाता है कि वह साइट छोड़कर शहर में होर्डिग्स उतरवाने चले गए थे.

कोट्स

नाला में कोई काम नहीं चल रहा था. उसमें ढलाई का काम मंगलवार को होना था. पता नहीं क्यों दोनों मजदूर उसमें घुस गए. चहारदीवारी ढहने पर दोनों दब गए. आनन-फानन में दोनों को मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. तीसरे व्यक्ति के दबे होने की संभावना में भी तलाश कराई गई.

- बृजेश सिंह छोटू, उपसभापति नगर निगम

रविवार को मिट्टी खोदाई कराई गई थी. आगे की तैयारी के लिए मजदूर काम कर रहे थे. मंगलवार को ढलाई वाली जगह के लिए पहले से बल्ली और बांस लगाया गया था. दुर्घटना के शिकार सभी मजदूरों से हमारा पारिवारिक संबंध है. काफी दिनों से हमारे साथ काम करते थे. साइट पर 18 मजदूर थे. वह लोग ढलाई वाली जगहों पर काम कर रहे थे. मजदूर कढ़ाही लेने गए थे तभी दुर्घटना हो गई. अंतिम क्रियाकर्म के लिए 20-20 हजार रुपए की मदद दी गई है. सरकार की तरफ से पांच-पांच लाख रुपए की मदद दी जाएगी.

विजेंद्र राय, ठेकेदार

हादसे के शिकार दोनों मजदूर ठेकेदार के थे. निर्माण कार्य कराने वाले ठेकेदार दुर्घटना के लिए जिम्मेदार हैं. इसमें नगर निगम की तरफ से कोई सहायता नहीं दी जाएगी. उनको ठेकेदार ही मुआवजा देगा. सुरक्षा के मानकों को दरकिनार करके काम किया जा रहा था. इसकी जांच कराई जाएगी.

- सुरेश चंद, चीफ इंजीनियर नगर निगम

मौके पर जांच पड़ताल की गई है. पीडि़त परिवार को हर संभव मदद की जाएगी. इसके लिए निर्देशित किया गया है.

- प्रथेमश कुमार, ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट एसडीएम सदर

Posted By: Syed Saim Rauf