नदियों का जलस्तर थमने के बाद डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन ने ली राहत की सांस

ALLAHABAD: पिछले दो-तीन दिन से मौसम ने यू-टर्न मारा है तो अब गंगा-यमुना में बाढ़ का खतरा भी कम हो गया है। गंगा के बढ़ाव की रफ्तार कम हुई है तो सोमवार को यमुना के जलस्तर में घटाव दर्ज किया गया।

अभी राहत, लेकिन खतरा बरकरार

रविवार शाम चार बजे से सोमवार सुबह आठ बजे के बीच गंगा के जलस्तर में केवल दो सेंमी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। यमुना का पानी इस अवधि में दस सेमी घटा है। तीन दिन पहले तक यमुना में भी तेजी से पानी बढ़ रहा था। हालांकि खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। क्योंकि मध्य प्रदेश में बारिश के कारण केन और बेतवा नदी का उफान जारी है, जिसका पानी दो-तीन दिन बाद यमुना में ही आएगा। बुंदेलखंड में बारिश की वजह से चंबल का भी पानी यमुना में ही आएगा।

अभी आ सकता है और पानी

उत्तराखंड में बारिश हो रही है। वहीं नरौरा और टिहरी बांध से भी पानी छोड़ा जा रहा है। इसलिए गंगा का पानी बढ़ रहा है, लेकिन स्पीड थोड़ी कम है। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड की रिपोर्ट के मुताबिक बांधों का पानी आने लगा है। निचले इलाकों में बाढ़ की आशंका को लेकर हलचल तेज हो गई है।

Posted By: Inextlive