Deep Fake एआई का यूज़ करके किसी भी तस्‍वीर या वीडियो को बदलकर बड़ी मानहानि कर सकता है। इसी चीज़ को रोकने के लिए आईटी मिनिस्टर वैष्णव ने नए रूल्स लाने की बात कही है और कहा है की ये हमारे डेमोक्रेसी के लिए एक नया खतरा है।

नई दिल्ली (पीटीआई): आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को डीपफेक को डेमोक्रेसी के लिए एक नई थ्रेट बताते हुए कहा है कि भारत सरकार डीपफेक के अगेंस्ट नए रूल्स लाने की तैयारी कर रही है। आईटी मिनिस्टर ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्मों से लोगों संग डीपफेक इशू पर बात की है और कंपनियां ने भी इस बात पर एग्री किया है कि वो डीपफेक के प्रिवेंशन, डिटेक्शन और यूजर अवेयरनेस को लेकर गवर्नमेंट का पूरा साथ देगी।

Deep Fake डेमोक्रेसी के लिए एक नया खतरा
वैष्णव ने मीडिया से कहा
, हम आज ही ड्राफ्ट रेगुलेशन स्टार्ट कर देंगे और जल्दी ही डीपफेक के लिए नए नये रूल्स भी आप सभी के सामने आ जायेगे। जो कि पुराने फ्रेमवर्क में अमेंडमेंट हो सकता है या नए रूल्स अथवा नए कानून के रूप में सामने आ सकते हैं। आईटी मंत्री ने आगे कहा कि डीपफेक हमारी डेमोक्रेसी के लिए एक नया खतरा है। हमारी नेक्स्ट मीटिंग दिसंबर के पहले वीक में होगी जिसमे हम सभी आज के मुद्दों को आगे बढ़ाते हुए ड्राफ्ट रेगुलेशन में क्या चेंजेस होंगे इस टॉपिक पर भी बात करेंगे।

Deep Fake कर सकता है किसी की भी मानहानि
डीपफेक सिंथेटिक मीडिया या वीडियो में छेड़छाड़ करके उसे डिजिटली मैनिपुलेट करता है, जिसमे एआई की हेल्प से किसी की प्रजेंस को बदल दिया जाता है तो किसी के फेस को चेंज कर के डिफेम किया जाता है। रिसेंटली एक फेमस एक्टर को डिफेम करने वाले डीपफेक वीडियो वायरल हुए हैं, जिसकी वजह से लोगो के अंदर इस एआई टेक्नोलॉजी और टूल्स को लेकर डर बढ़ रहा है और वे सभी एआई को लेकर अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं।

Posted By: Chandramohan Mishra