भारत के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यूएनएससी के सदस्य चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को ग्लोबल कम्युनिटी का दिल से आभार जताया।

नई दिल्ली (पीटीआई)। यूएन जनरल असेंबली में भारत को 192 में से 184 वोट मिले। ताकतवर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थाई सदस्य के तौर पर भारत का नया कार्यकाल 1 जनवरी, 2021 से शुरू होगा। यह 8वीं बार है जब भारत यूएनएससी में अस्थाई सदस्य बना है। सुरक्षा परिषद में कुल 15 सदस्य हैं जिनमें 5 स्थाई सदस्य हैं और 10 अस्थाई सदस्य जो 2 साल के लिए चुने जाते हैं।

Deeply grateful for the overwhelming support shown by the global community for India's membership of the @UN Security Council. India will work with all member countries to promote global peace, security, resilience and equity.

— Narendra Modi (@narendramodi) June 18, 2020


पीएम मोदी ने किया ट्वीट
ट्विटर पर पीएम मोदी ने लिखा कि वे भारत के समर्थन के लिए सदस्य देशों को दिल से आभार व्यक्त करते हैं। यह आभार उन्होंने भारत के यूएनएससी के अस्थाई सदस्य के तौर पर चुने जाने को लेकर दिया है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भारत विश्व शांति, सुरक्षा, भरोसा और समानता के दुनियाभर में प्रसार को लेकर सदस्य राष्ट्रों के साथ मिलकर काम करता रहेगा।
भारत का चुना जाना पीएम मोदी के ग्लोबल रोल और स्वीकार्यता
यूएन में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस तिरूमूर्ति ने बुधवार को कहा कि भारत के यूएनएससी में अस्थाई सदस्य के तौर पर चुना जाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ग्लोबल रोल को दर्शाता है। यह सबूत है कि दुनिया के देशों और क्षेत्रों में ग्लोबल लीडर के तौर पर मजबूत स्वीकार्यता है। संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में कोविड-19 प्रोटोकाॅल के तहत वोटिंग के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी।
तुर्की करेगा आम सभा के अगले सत्र की अध्यक्षता
भारत के साथ आयरलैंड, मेक्सिको और नाॅर्वे को भी यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में अस्थाई सदस्य के तौर पर जगह मिली है। अफ्रीका और प्रशांति एशिया के लिए आबंटित एक सीट के लिए जिबूती और केन्या ने अपना दावा ठोका लेकिन उन्हें जरूरी दो-तिहाई बहुमत या 128 वोट नहीं पास सके। अब बृहस्पतिवार को दूसरे चरण का मतदान होना है। सिक्योरिटी काउंसिल से अलग जनरल असेंबली या आम सभा के अगले सत्र के लिए तुर्की के वरिष्ठ राजनयिक और सांसद वोल्कन जाकिर को अध्यक्ष चुना गया है।
सिक्योरिटी काउंसिल में आठवीं भारत बना सदस्य
संयुक्त राष्ट्र संघ की सबसे शक्तिशाली इकाई यूएन सिक्योरिटी काउंसिल में आठवीं बार बतौर अस्थाई सदस्य बैठने जा रहा है। इससे पहले यूएन सिक्योरिटी काउंसिल के लिए भारत 1950-1951, 1967-1968, 1972-1973, 1977-1978, 1984-1985, 1991-1992 और 2011-2012 चुना जा चुका है। 2011-2012 के दौरान यूएन में हरदीप सिंह पुरी भारत के स्थाई प्रतिनिधि हुआ करते थे, आजकल वे हाउसिंग एवं अर्बन मामलों तथा नागरिक उड्डयन मंत्री हैं।

Posted By: Satyendra Kumar Singh