ओटीएस की आड़ में बच रहे हैं बड़े बकाएदार
- कनेक्शन कटने से पहले ही करा लिया ओटीएस में रजिस्ट्रेशन
- अभियान में अभी तक 93 लोग करा चुके हैं ओटीएस - सिटी में करीब छह हजार बड़े बकाएदार Meerut : पीवीवीएनएल का चल रहा अभियान, उन्हीं को चूना लगा रहा है। ये चूना और कोई नहीं बल्कि उन्हीं की ओटीएस यानी एकमुश्त समाधान योजना लगा रही है। ऐसे में बड़े बकाएदार अधिकारियों के शिकंजे से बचने में कामयाब हो रहे हैं। डिफॉल्टर्स की श्रेणी में आने वाले बड़े बकाएदार अपने को पाक साफ करने में सफल हो गए। ऐसे में पीवीवीएनएनल के ऐसे लोगों को हाथ नहीं लगा पा रही है। 9फ् लोगों ने लिया ओटीएसअगर पीवीएनएल के आंकड़ों पिछले एक हफ्ते में 9फ् लोगों ने ओटीएस की सुविधा लेकर अपने कनेक्शनों को कटने से बचा लिया है। एसई अर्बन पीके निगम की मानें तो एक हफ्ते में 90 से अधिक लोग ओटीएस करा चुका थे। अधिकारियों की मानें तो ऐसे लोगों का ओटीएस कर्मचारी ही अपने लोगों का फायदा पहुंचाने के लिए करा रहे हैं।
म् हजार से अधिक लोगअगर मोटे बकाएदारों की बात करें तो सिटी में करीब म् हजार से अधिक ऐसे बकाएदार हैं जिनके ऊपर बिल क्0 हजार या उससे अधिक का बकाया है। ऐसे लोगों ने महीनों से एक भी बिजली के भुगतान नहीं किया है। एक अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि जब एक बकाएदार का कनेक्शन काटने गए तो सिटी के नामी नेता का फोन आ गया। जिसके कारण हमें लिहाजकर उसका मजबूरी में ओटीएस भी करना पड़ा।
ऐसे भी हैं बकाएदार अधिकारियों की मानें तो सिटी में ऐसे भी बकाएदार हैं, जिनका बिल दो हजार भी है। अगर ऐसे लोगों की बात करें तो ख् से क्0 हजार तक के बकाएदारों की संख्या करीब क्ख् हजार हैं। ऐसे लोग भी ओटीएस कराने के लिए पहुंच रहे हैं। इनमें ऐसे लोगों के बिल हैं जो काफी समृद्ध हैं। वो या तो अपने नौकर को भेज रहे हैं। या फिर अपने ड्राइवर या किसी कर्मचारी को। वो खुद आने को तैयार नहीं हैं। अधिकारियों की मानें तो ओटीएस से डिपार्टमेंट को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है। ये है ओटीएस का गणितडिविजन सेकंड के एक्सईएन आरके सिंह ने ओटीएस का गणित बताते हुए कहा कि जो लोग बिल का भुगतान नहीं करते हैं तो उन पर समय सीमा खत्म होने के बाद क्.ख्भ् फीसदी सरचार्ज लगता है। योजना के तहत ऐसे बकाएदारों को सरचार्ज पर भ्0 फीसदी तक की छूट मिल जाती है। जिससे उन्हें बिल भुगतान में आसानी हो जाती है।
फैक्ट एंड फिगर - 9फ् बकाएदारों ने कराया ओटीएस। - सिटी में क्0 हजार से अधिक के बकाएदारों की संख्या म्800. - ख्000 से अधिक बकाएदारों की संख्या करीब क्ख्000. - सिटी में न्यू कनेक्शन लेने वालों की संख्या ख्8फ्। - लोड बढ़ाने वाले लोगों की संख्या ख्ब्म्। - मीटर रिप्लेस कराने वाले लोगों की संख्या भ्ख्ख्। - काटे गए कनेक्शन की संख्या क्ब्फ्फ् - एफआईआर होने वाले लोगों की संख्या क्7. - शासन द्वारा दिया गया रेवेन्यू टारगेट म्0 करोड़ रुपए। - अभी तक टारगेट जेनरेशन भ्.8भ् लाख रुपए। कई बकाएदारों पर एफआईआर भी दर्ज की गई हैं। अब जिन्होंने ओटीएस करा लिया है। उन्हें कुछ नहीं कहा जा सकता है। हम पूरी कोशिश करेंगे कि पूरे बिल का भुगतान हो। - पीके निगम, एसई अर्बन, पीवीवीएनएल