देश के स्वतंत्रता संग्राम की आइकॉन झांसी की रानी की नगरी में अब हवाई जहाजों की मरम्मत होगी और हर प्रकार की राइफल के कारतूस बनेंगे।

लखनऊ (ब्यूरो)। देश के स्वतंत्रता संग्राम की आइकॉन झांसी की रानी की नगरी में अब हवाई जहाजों की मरम्मत होगी और हर प्रकार की राइफल के कारतूस बनेंगे। डिफेंस कॉरीडोर के तहत दो कंपनियों ने झांसी में निवेश को लेकर एमओयू साइन किया है। अपने-अपने क्षेत्र की नामी यह कंपनियां झांसी में अपनी उत्पाद इकाइयां स्थापित करेंगी। जिसमें 20 हजार ट्रेंड व अनट्रेंड युवाओं को रोजगार मिलेगा।

150 करोड़ में स्थापित होगी कारतूस यूनिट

उल्लेखनीय है कि राजधानी में आयोजित डिफेंस एक्सपो में 50 हजार करोड़ रुपये निवेश के 23 एमओयू साइन किये गए हैं। इनमें देश की प्रमुख कारतूस निर्माता कंपनी स्टंप्स श्यूले एंड सोप्पा लिमिटेड ने झांसी नोड में अपनी यूनिट लगाने की घोषणा की है। कंपनी झांसी में डिफेंस कॉरीडोर के चयनित नोड पर 100 एकड़ एरिया में यह यूनिट स्थापित करेगी। यहां पर सेना के इस्तेमाल में आने वाली राइफल व मशीनगन के कारतूसों का निर्माण किया जाएगा। कंपनी की ओर से बताया कि इसमें 400 से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा। जिन युवाओं को रोजगार मिलने की बात कही जा रही है उनमें ट्रेंड व अनट्रेंड युवा दोनों ही शामिल हैं। कंपनी चित्रकूट नोड में भी अपनी एक अन्य यूनिट स्थापित करने की घोषणा कर चुकी है।

एयरफोर्स के फाइटर जेट्स को होगी मरम्मत

कारतूसों के अलावा फाइटर जेट्स की मरम्मत करने की नामी कंपनी टाइटन एविएशन एंड एयरोस्पेस इंडिया लिमिटेड ने भी झांसी में सेना के जहाजों की मेंटिनेंस, रिपेयरिंग व इंजन एक्विपमेंट्स की उत्पाद यूनिट स्थापित करने की घोषणा की है। कंपनी यहां छह हजार एकड़ एरिया में यह यूनिट स्थापित करेगी। इसमें चार हजार से ज्यादा प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे। कंपनी की ओर से इस यूनिट में फाइटर जेट्स के टेकऑफ व लैंडिंग के लिये बड़ा रनवे भी बनाएगी। यहां पर कंपनी फाइटर जेट्स की जांच के साथ ही उसमें सामने आने वाली त्रुटि की मरम्मत भी करेगी।

कॉरीडोर का सबसे बड़ा हिस्सा झांसी में

प्रदेश में फिलवक्त डिफेंस कॉरीडोर के लिये छह नोड्स चिन्हित किये गए हैं। इनमें लखनऊ, झांसी कानपुर, आगरा, अलीगढ़ व चित्रकूट जिले शामिल हैं। पहले फेज में 5071 हेक्टेयर जमीन पर इसकी स्थापना की योजना है। कॉरीडोर के लिये ली गई कुल जमीन में 59 फीसदी हिस्सा झांसी में डेवलप किया जा रहा है। यहां पर 3025 हेक्टेयर जमीन ली गई है। वहीं, कानपुर में 1000 हेक्टेयर, चित्रकूट में 500 हेक्टेयर, आगरा में 300 हेक्टेयर, अलीगढ़ में 45 हेक्टेयर और लखनऊ में 200 हेक्टेयर जमीन को कॉरीडोर के लिये डेवलप किया जा रहा है।

झांसी के यह गांव होंगे डेवलप

डिफेंस कॉरीडोर की स्थापना के लिये झांसी की गरौठा तहसील के गांव हरदुओ, गेंदा कबूला, गोरा, कठर्री, जुझारपुरा, शैतानपुरा, कामेरा, झबरा और टहरौली तहसील के गांव शमशेरपुरा, बेंदा, पथरेडी, सुरवई, देवरा सारन में जमीन चिन्हित की गई है और इन्हें डेवलप करने का काम शुरू हो गया है।

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari