- दूसरे राज्यों में क्राइम कर उत्तराखंड में काट रहे फरारी

- पिछले 4 वर्षो में कई केस आए सामने

- गुरुवार को दून में पकड़ा गया था यूपी का ईनामी कुख्यात

देहरादून, शांत कही जाने वाली दून वैली अब अपराधियों की पनाहगाह बन गई है. दूसरे राज्यों में अपराध कर फरारी काटने के लिए अपराधी दून को ठिकाना बना रहे हैं. गुरुवार को ही एसटीएफ ने यूपी के एक ईनामी कुख्यात को दून से दबोचा था. इससे पहले भी कई कुख्यात दून में फरारी काटते धरे गए हैं. कुख्यातों द्वारा दून को ठिकाना बनाने से यहां भी लॉ एंड ऑर्डर की चुनौतियां सामने आ सकती हैं. जाहिर है पुलिस से बचने के लिए अपराधियों को दून की शांत वादी में कोई खौफ नजर नहीं आता. कुछ ऐसे ही कुख्यातों की कहानी आपको बताते हैं, जो दूसरे राज्यों में गंभीर अपराध कर यहां छिपे मिले.

30 मई 2019

यूपी में चार लोगों के मर्डर का आरोपी दो लाख का ईनामी कुख्यात कौशल चौबे को एसटीएफ ने गुरुवार को रिस्पना इलाके के एक होटल से गिरफ्तार किया था. उससे .40 ग्लॉक पिस्टल, 4 मैगजीन, 57 जिन्दा कारतूस और एक फोल्डिंग बट बरामद हुआ था. यूपी में अपराध करने के बाद उसने कुछ वर्ष हिमाचल और फिर हरिद्वार और दून वैली में फरारी काटी. गुरुवार को वह दून में अपने बेटों कीर्तिमान और दिप्तीमान से मिलने आया था.

17 अक्टूबर 2018

छत्तीसगढ़ के एक कुख्यात को दून पुलिस ने दबोचा था. जिसका नाम बबला उर्फ अमित सिंह ठाकुर दून में ब्याज पर पैसा देता था. गिरफ्तारी के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस को सूचना दी गई, छत्तीसगढ़ पुलिस दून पहुंची और उसे ट्रांजिट रिमांड पर साथ ले गई थी. कुख्यात जेल में है.

3 अगस्त 2018

मसूरी रोड स्थित मालसी में ठिकाना बनाकर रह रहे झारखंड के कुख्यात अखिलेश सिंह की संपत्ति पुलिस ने जब्त की थी. जमशेदपुर पुलिस को जब कुख्यात की सूचना देहरादून में मिली तो वह दून पहुंची. लेकिन वह तब तक दून से फरारी काटकर निकल चुका था, दोनों राज्यों की पुलिस गिरफ्तारी को लेकर दबिश दे रही है.

14 जनवरी 2018

पंजाब के फरीदकोट से फरार चल रहे ईनामी बदमाश हरसिमरन दीप उर्फ सिम्मा समेत भाई फुलविंदर, साथी रमेश कुमार, रोहित बाड़ू को पंजाब और उत्तराखंड पुलिस ने कैंट थाना इलाके के एक मकान में नाकाबंदी कर गिरफ्तार किया था.

14 जुलाई 2016

सुनील राठी गैंग के शूटर आकाश त्यागी की हत्या कर फरार चल रहे कुख्यात विनीत शर्मा उर्फ चीनू पंडित को एटीएफ ने गिरफ्तार किया था. कुख्यात से एके 47 भी बरामद की गई थी.

पुलिस वेरिफिकेशन पर सवाल

बाहरी राज्यों में संगीन अपराधों को अंजाम देकर दून में फरारी काटते पकड़े गए आधा दर्जन कुख्यातों के मामलों ने दून पुलिस के सत्यापन अभियान पर भी सवाल खड़े किए हैं. अपराधी लंबे समय तक दून में फरारी काटते रहे लेकिन, पुलिस वेरिफिकेशन की जद में कभी नहीं आए. इससे पुलिस वेरिफिकेशन के दावों की पोल खुलती है. एक तरफ पुलिस वेरिफिकेशन के नाम पर ताबड़तोड़ मकानमालिकों पर जुर्माना ठोक रही है, दूसरी तरफ कुख्यातों की दून शरण स्थली बना हुआ है.

आप भी दे सकते है पुलिस को सूचना

यदि आपके आसपास कोई बाहरी व्यक्ति रह रहा है और पर संदिग्ध लग रहा है. इसकी सूचना आप पुलिस और एसटीएफ को गुप्त रूप से दे सकते हैं. जिससे पुलिस को कुख्यात को सलाखों के पीछे पहुंचाने में मदद मिल सके.

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दून में रह रहे लोगों को एसटीएफ लगातार सर्च कर रही है. शहर पुलिस भी सत्यापन अभियान चला रही है. किसी भी प्रकार की सूचना मिलते ही एसटीएफ अपने स्तर से सर्च करती है. आम पब्लिक भी आसपास रह रहे संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना गुप्त तरीके से दे सकती है.

रिधिम अग्रवाल, एसएसपी, एसटीएफ

Posted By: Ravi Pal