लोगो बनाएं सर्वेक्षण का सच

100 से ज्यादा शिकायतें आती हैं एक माह में

शिकायतों के निस्तारण के लिए लगाने पड़ते हैं चक्कर

339 रैंक मेरठ की आई थी पिछले साल के सर्वेक्षण में

2 हेल्पलाइन नंबर भी संचालित हैं शिकायत के निस्तारण के लिए

1 शिकायत केंद्र भी नगर निगम में है संचालित

3 से 5 शिकायतें रोजाना आती हैं नगर निगम में

नगर निगम के स्वच्छता एप भी कर सकते हैं शिकायत

Meerut। शहर की वास्तविक स्थिति का जायजा लेने के लिए आगामी चार जनवरी को सर्वेक्षण होना है। तकरीबन बिंदुओं पर शहर में सफाई व्यवस्था का मूल्यांकन किया जाएगा। सर्वेक्षण में निगम में शिकायतों के निस्तारण को लेकर भी सवाल पूछे जाएंगे। क्या शिकायतों का निस्तारण समय पर होता है। लेकिन, इसके मद्देनजर निगम के अधिकारी भी गंभीर नहीं हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है नगर निगम में शिकायतों की निस्तारण के लिए लोगों को चक्कर काटने पड़ते हैं। निगम में पार्षदों की शिकायतों का भी निस्तारण नहीं होता है। ऐसे में नगर निगम स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर की रैंकिंग सुधारने का दावा कर रहा है। बीते साल के स्वच्छता सर्वेक्षण में मेरठ की रैंक 339 आई थी।

100 से अधिक शिकायतें

गौरतलब है कि हर माह नगर निगम में शिकायत केंद्र में 100 से अधिक शिकायतें आती है। कुछ ऐसा ही हाल केंद्र सरकार के स्वच्छता एप का भी है। जिसकी शिकायतों के निस्तारण के लिए नगर निगम ने 24 घंटे का समय निर्धारित है। लेकिन, हकीकत यह है कि 24 घंटे क्या एक सप्ताह में भी मुश्किल से निस्तारण हो पाता है।

नगर निगम में शिकायत का निस्तारण तो बहुत मुश्किल से होता है। शिकायत के निस्तारण के लिए कई बार कहना पड़ता है। तब जाकर शिकायत का निस्तारण होता है। इस व्यवस्था को सुधारा जाना चाहिए।

कपिल शर्मा

नगर निगम में किसी भी समस्या का निस्तारण कराने के लिए बहुत चक्कर काटने पड़ते है। शिकायत छोडि़ए, यदि वहां पर कोई सर्टिफिकेट भी बनवाना हो तो उसके लिए भी 15 दिन का समय लग जाता है। निगम में सिटीजन चार्ट लागू होना चाहिए।

धीरज

शिकायतो के निस्तारण के लिए अलग से एक टीम होनी चाहिए। जिसका काम केवल शिकायतों का निस्तारण करना ही हो। लेकिन इस ओर कोई ध्यान ही नहीं देता है। निगम ने शिकायत निस्तारण केंद्र तो खोल रखा है। लेकिन उस पर केवल शिकायत लिखी जाती है।

मोहित

नगर निगम ने शिकायत केंद्र खोल तो रखा है। पर वहां पर शिकायत का निस्तारण नहीं होता है। हमने अपनी गली की नाली को साफ करने के लिए चार दिन पहले शिकायत की थी। अभी तक तो कोई आया नहीं है। शिकायत केंद्र का क्या फायदा है।

आशीष सिसोदिया

शिकायत के निस्तारण के लिए 24 घंटे का समय रखा है। उसको निस्तारित भी किया जाता है। जिस विभाग की शिकायत होती है उसको संबंधित विभाग को भेज दिया जाता है। यदि उसके बाद भी शिकायत का निस्तारण नहीं हो रहा है। सीधे मुझसे आकर मिलें। संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मनोज कुमार चौहान, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive