पीरियड्स या मासिक धर्म होना हर महिला के साथ जुड़ी एक सामान्‍य प्रक्रिया है। प्रति माह उम्र ओर स्‍वास्‍थ्‍य के हिसाब से महिलाओं को तीन से नौ दिन के बीच मासिक स्राव होता है। सामान्‍य रूप से अगर मासिक धर्म में व्‍यवधान आता है और एक निश्‍चित समय के भीतर ये प्रारंभ नहीं होता है तो अनुमान लगाया जाता है कि महिला गर्भवती है। इसी वजह से संतान ना चाहने वाली या बच्‍चों के बीच अंतर की अपेक्षा से महिलायें अपने मासिक चक्र पर नजर रखती हैं और इसमें व्‍यवधान आने पर उसे गर्भवस्‍था का लक्षण समझ कर तनाव में आ जाती हैं। ऐसी महिलाओं को समझ लेना चाहिए की पीरियड्स में अनियमितता केवल गर्भ धारण करने की वजह से ही नहीं होती बल्‍कि नीचे दिए कई दूसरे कारण भी जिम्‍मेदार हो सकते हैं।

तनाव के कारण
अगर आप बहुत तनाव में हैं तो स्ट्रेस हार्मोन के ऊपर सीधा असर पड़ता है जो कि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे दो सेक्स हार्मोन के शरीर में ज्यादा या कम बनने के लिये जिम्मेदार होता है। ऐसे में अगर खून में स्ट्रेस हार्मोन बढ जाता है तो महिलाओं के पीरियड साइकिल पर इसका गहरा असर पड़ता है।

गर्भनिरोधक दवाओं के कारण
जो महिलायें गर्भ निरोधक दवाईयों का इस्तेमाल कर रही होती हैं तो दवा बंद करते हीसोचने लगती हैं कि वो कभी भी गर्भवती हो सकती हैं जबकि बर्थ कंट्रोल पिल्स के साथ एडजस्ट करने में शरीर को कई महीने लग जाते हैं। ऐसे में महावारी अनियमित हो सकती है।

जरूरत से ज्यादा व्यायाम
माहावारी के लिए शरीर को शक्ति चाहिये और अगर कोई महिला जिम में जा बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करती है और इसे बर्न कर देती हैं, तो शरीर कमजोरी महसूस करने लगता है और इसका सीधाअसर पीरियड्स पर पड़ता है और वो मिस हो सकते हैं।


वजन का अचानक घटना बढ़ना
यही कारण है अचानक वजन कम होना या बढ़ना भी महावारी को प्रभावित करता है। वजन के घटने या बढ़ने से हार्मोन में परिवर्तन होता है और पीरियड्स गड़बड़ा जाते हैं।

POS के कारण
ओवरी में सिस्ट और उसके कारण सही समय पर पीरियड्स का न आना Polycystic Ovary Syndrome मतलब पीसीओएस कहलाता है।

लंबी बीमारी के कारण
अगर आप लंबे समय से बीमार हों और इसकी वजह से आपको दवाइयां लेनी पड़ी थीं तो भी आपके पीरियड्स कुछ दिनों के लिये टल सकते हैं। ऐसा इसलिये क्योंकि कुछ दवाइयां एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के लेबल पर असर डालती हैं।

थायराइड के कारण
थायराइड की समस्या बढ़ जाये या ओबेसिटी जैसी समस्या होने पर भी महिलाओं में पीरियड् गड़बड़ा सकते हैं या बंद हो सकता है।

Health News inextlive from Health Desk

Posted By: Molly Seth