छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : रांची-टाटा नेशनल हाइवे के निर्माण को लेकर एनएचआइ और सड़क निर्माता कंपनी मधुकान बिल्डकॉन आमने-सामने है। मधुकान के प्रोपराइटर एन नागेश्वर राव ने सड़क निर्माण के लिए पूरी जमीन नहीं मिलने की शिकायत की है। इतना ही नहीं उन्होंने हाथियों के रोड क्रासिंग के लिए अंडर पास की डिजाइन प्राप्त नहीं होने तथा कई स्थलों के लिए वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से एनओसी प्राप्त नहीं होने की बात दोहराई है। इधर, केंद्रीय पथ निर्माण सचिव के देवसेना ने संबंधित कंपनी को 90 फीसद भूमि उपलब्ध करा दिए जाने का दावा किया है। साथ ही नया फंड जारी करने की भी बात कही। झारखंड के खाद्य, सार्वजनिक एवं उपभोक्ता मामले विभाग के मंत्री सरयू राय ने यह जानकारी दी।

जल्द दूर हो भ्रम

हैदराबाद में पिछले दिनों एन नागेश्वर से हुई मुलाकात और इसके बाद केंद्रीय पथ निर्माण सचिव से हुई बात का उन्होंने हवाला दिया। मंत्री ने कहा कि पथ निर्माण और मधुकान बिल्डकॉन की विरोधाभासी बातों को लेकर उत्पन्न भ्रम को दूर करने का अनुरोध उन्होंने पथ निर्माण विभाग से किया है। इस पर सचिव ने 10 अप्रैल को रांची में दोनों पक्षों की बैठक बुलाने की बात कही है।

वर्षो से चल रहा है काम

मंत्री ने कहा कि रांची-टाटा मार्ग का निर्माण वर्षो बाद भी पूरा नहीं होने से लोगों में आक्रोश होने की जानकारी मधुकान बिल्डकॉन और पथ निर्माण सचिव को दी गई। मधुकान बिल्डकॉन से खास तौर पर जमशेदपुर में पारडीह चौक और डिमना रोड के बीच सड़क और उसके किनारे प्राथमिकता के आधार पर नाला बनाने का अनुरोध किया गया। उसे बताया गया कि बरसात में दलमा पहाड़ से गिरने वाले पानी को रोकने के लिए यह जरूरी है। ऐसा करने से मानगो के कालिकानगर सहित निचले इलाके को भीषण जलजमाव से बचाया जा सकता है।

10 अप्रैल को होगी बैठक

टाटा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग बहुत जल्द बनेगा। झारखंड सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने कहा कि उन्हें यह आश्वासन एनएचएआइ के सचिव ने दिया है। सरयू ने बताया कि वह शनिवार को हैदराबाद में थे, जहां उनकी मुलाकात एक मित्र के यहां मधुकॉन बिल्डकॉन के मालिक एन। नागेश्वर राव से हुई। राव तेलुगू देशम पार्टी के निवर्तमान लोकसभा सदस्य और पोलित ब्यूरो के सदस्य हैं। यही कंपनी टाटा-रांची नेशनल हाईवे बना रही है, जो 20 वर्ष से लटका हुआ है।

Posted By: Inextlive