वसंत कुंज स्थित रंगपुरी पहाड़ी से झुग्गियों को हटाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कहा जा रहा है कि‍ प्रशासन भाजपा के इशारे पर यह कदम उठा रहा है. कल आम आदमी पार्टी आप के दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रहे कर्नल देवेंद्र सहरावत ने कहा कि‍ इन झोपडि़यों को हटाने के पीछे भाजपा की साज‍िश है. उन्होंने कहा कि बेघर होने के बाद कल सुबह झुग्गियों में रहने वाले 70 वर्ष के नूर मोहम्मद की मौत हो गई है. ज‍िससे अब मांग की जा रही है कि‍ प्रशासन तुंरत तोड़फोड़ की कार्रवाई बंद करे और बेघरों के पुर्नवास की व्यवस्था करें. इसके साथ ही मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की भी मांग हो रही है.

एयरपोर्ट को खतरा एक बहाना
सहरावत ने कहा कि करीब 300 झुग्गियों को तोड़ दिया गया. इससे करीब दो हजार लोग सर्दी में खुले आसमान के नीचे रहने के लिए मजबूर हैं. बच्चे बूढ़े सभी सर्दी के महीने में परेशान हैं. नॉर्थ एवेन्यू में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रशासन ने झुग्गियों को तोड़ने का कारण पास स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की सुरक्षा को खतरा बताया है, लेकिन प्रशासन का यह तर्क बिलकुल गलत है. क्योंकि एयरपोर्ट झुग्गियों से करीब छह किलोमीटर दूर है और इससे एयरपोर्ट की सुरक्षा में कोई बाधा नहीं है.

कार्यवाई एक षड्यंत्र का हिस्सा
सहरावत ने आरोप लगाया कि पूर्व भाजपा विधायक सतप्रकाश राणा ने मामले में प्रशासन को लिखित पत्र दिया था. इसके बाद यह कार्रवाई हुई है. इसके अलावा डीडीए ने इस जमीन की चारदीवारी का टेंडर दिया है. इस बीच यह कार्रवाई होना षड्यंत्र का हिस्सा है. उनका कहना था कि मामले में उन्होंने उपराज्यपाल व अन्य अधिकारियों को लिखित शिकायत भी दी है. इसके अलावा पार्टी के दिल्ली प्रभारी आशुतोष ने आरोप लगाया कि मानव संसाधन मंत्रालय को शिक्षा के बारे में कोई जानकारी नहीं है. अब साल के बीच में संस्कृत पढ़ाने के मामले में जो निर्देश दिए जा रहे हैं उससे बच्चों को नुकसान होगा.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh