दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 'बहुत खराब' स्थिति में, कुछ इलाकों में हवा 'गंभीर ' कैटेगरी में दर्ज हुई
नई दिल्ली (एएनआई)। देश की राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता फिलहाल बिगड़ी हुई है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) के साथ बहुत खराब श्रेणी में रही। सुबह 7 बजकर 53 मिनट पर पीएम10 'बेहद खराब' श्रेणी में 353 और पीएम 2.5 'बेहद खराब' श्रेणी में 211 दर्ज किया गया। मथुरा रोड (406) और दिल्ली विश्वविद्यालय क्षेत्र (416) में एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया। गुरुग्राम और नोएडा ने 'बहुत खराब' श्रेणी में क्रमश: 369 और 391 का एक्यूआई दर्ज किया।लोगों को सांस लेने में काफी ज्यादा दिक्कत हो रही
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 को 'संतोषजनक', 101 और 200 को 'मध्यम', 201 और 300 को 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 और 500 को 'गंभीर' माना जाता है। सफर के अनुसार, 1 दिसंबर से हवा की गति और तापमान में कमी आने की संभावना है, जिससे हवा की गुणवत्ता में मामूली गिरावट आ सकती है। एक्यूआई आज 'बहुत खराब' वायु गुणवत्ता का संकेत दे रही है। एक स्थानीय राहुल ने कहा कि प्रदूषण का स्तर अधिक होने के कारण लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। साथ ही कहा कि कि सरकार को ऑड-ईवन स्कीम फिर शुरू करनी चाहिए।सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का कोई असर नहीं दिल्ली निवासी पार्थिव ने कहा, दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में है और यह हमारे स्वास्थ्य, खासकर बढ़ती उम्र के नागरिकों को प्रभावित कर रही है। सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का कोई असर नहीं है। रोजाना मॉर्निंग वॉक पर जाने वाले एक अन्य निवासी ने बताया कि उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही है और उसकी आंखों में जलन हो रही है। उन्होंने कहा, हर घर में बच्चों और बुजुर्गों को परेशानी हो रही है। हम सभी घर में कैद होने को मजबूर हैं। सरकार को दीर्घकालिक योजना के बारे में सोचना चाहिए।एक अन्य निवासी ने कहा कि सरकार की योजनाएं इस दिशा में बिल्कुल भी काम नहीं कर रही है।अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली में आज न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस बीच, दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। हवा की गुणवत्ता में सुधार को देखते हुए 22 नवंबर को निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर से प्रतिबंध हटा लिया गया था। आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों को छोड़कर ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध 30 नवंबर तक बढ़ा दिया गया है। हालांकि राजधानी के सभी स्कूल आज से सभी कक्षाओं के लिए फिर से खुलेंगे।