दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने दो दिवसीय पंजाब दौरे पर हैं। इस दाैरान कांग्रेस ने उन पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजधानी के केवल 5 प्रतिशत लोगों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी गई है। वह जनता से झूठे वादे करते हैं।


चंडीगढ़ (एएनआई)। पंजाब में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी प्रमुख (AAP) अरविंद केजरीवाल ने राज्य में कमान संभाल ली है। सीएम केजरीवाल आज अपने दो दिवसीय पंजाब दौरे पर हैं और इस दाैरान वह कई बड़े ऐलान कर सकते हैं। इस बीच कांग्रेस नेता राजकुमार वेरका ने बुधवार को चंडीगढ़ में राज्य मंत्रिमंडल की दूसरी बैठक से पहले आप नेता अरविंद केजरीवाल को फटकार लगाई। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि अरविंद केजरीवाल एक धोखेबाज है। वह सिर्फ जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सिर्फ 5 फीसदी आबादी को 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी है। यहां हम लोगों के कल्याण के लिए चर्चा कर रहे हैं। सिद्धू को मामले को सुलझा लेने का दिया आश्वासन
वहीं नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे और पंजाब कांग्रेस में उथल-पुथल पर उन्होंने कहा, "मैं नवजोत सिंह सिद्धू जी को कांग्रेस के साथ रहने और हमारे साथ काम करने की सलाह देता हूं। हम सिद्धू को आश्वस्त करते हैं कि हम मामले को सुलझा लेंगे।" इस बीच, पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख के पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद, नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि वह अपनी नैतिकता, नैतिक अधिकार से समझौता नहीं कर सकते हैं और उन्होंने कहा कि वह "दागी नेताओं और अधिकारियों की एक प्रणाली को दोहराना नहीं चाहते हैं। पार्टी में चर्चा और विचार-विमर्श तेजी से चल रहा है राज्य पार्टी प्रमुख के रूप में सिद्धू के इस्तीफे ने पंजाब कांग्रेस में संकट को तेज कर दिया है और पार्टी में चर्चा और विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। उनके करीबी माने जाने वाले एक मंत्री और तीन कांग्रेस नेताओं ने अपने पदों से इस्तीफा दे दिया। हालांकि मंगलवार को नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से शीर्ष नेतृत्व वेट एंड वाॅच वाले मोड में है। कांग्रेस पार्टी ने अभी उनका इस्तीफा स्वीकार नही किया है। सूत्रों के मुताबिक शीर्ष नेतृत्व ने स्थानीय पार्टी नेतृत्व से मामले को सुलझाने की जिम्मेदारी दी है।

Posted By: Shweta Mishra