Delhi Election 2020 दिल्ली विधानसभा के लिए 8 फरवरी को होने वाले मतदान को शांतिपूर्वक कराने के लिए दिल्ली पुलिस और चुनाव मशीनरी अतिरिक्त सतर्कता पर हैं। शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर यहां के सभी पांच मतदान केंद्रों को क्रिटिकल कैटेगरी के तहत रखा गया है। इसके अलावा दिल्ली के अन्य इलाकों में भी कड़ी नजर रखी जा रही है।

नई दिल्ली (पीटीआई)। देश की राजधानी दिल्ली में 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए 8 फरवरी को मतदान होगा। ऐसे में यहां पर मतदान के बस कुछ ही घंटे रह गए हैं। राष्ट्रीय राजधानी में शांतिपूर्वक मतदान के लिए सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी की जा रही है। दिल्ली पुलिस और चुनाव मशीनरी अतिरिक्त सतर्कता पर हैं और राष्ट्रीय राजधानी में हर समय स्थिति का आकलन कर रहे हैं। खासकर शाहीन बाग जैसे इलाके जहां पर सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है उन पर पैनी नजर बनी है। शाहीन बाग में तो विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर यहां के सभी पांच मतदान केंद्रों को क्रिटिकल कैटेगरी के तहत रखा गया है।

शाहीन बाग के पांचों मतदान केंद्रों में लगभग 40 बूथ

इस संबंध में दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाहीन बाग में चल रहे विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर, हमने क्षेत्र के सभी पांच मतदान केंद्रों को महत्वपूर्ण मतदान केंद्र घोषित किया है। इन पांचों मतदान केंद्रों में लगभग 40 बूथ हैं। यहां पर मतदाताओं को किसी तरह की परेशानी न हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी और नोडल पुलिस अधिकारियों ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले स्थिति और तैयारियों का आकलन करने के लिए शाहीन बाग क्षेत्र का दौरा भी किया।

पुलिस सुरक्षा के अलावा अर्धसैनिक बल भी मिलेगा

क्रिटिकल कैटेगरी में आने वाले मतदान केंद्रों को पुलिस सुरक्षा के अलावा अर्धसैनिक बल भी मिलेगा। इसके अलावा वेबकास्टिंग के जरिए गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। शाहीन बाग ओखला विधानसभा क्षेत्र में आता है। यह क्षेत्र राष्ट्रीय राजधानी में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का केंद्र बन गया है और राजनीतिक दलों द्वारा इस मुद्दे को एक चुनावी मुद्दे में बदल दिया गया है। सीएए और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन के खिलाफ महिलाओं और बच्चों सहित सैकड़ों लोग शाहीन बाग में 15 दिसंबर से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

मतदाताओं को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी

मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने कहा कि मतदाताओं को विश्वास दिलाया जा रहा है कि उन्हें कोई परेशानी नही होगी। सुरक्षाकर्मी क्षेत्र में मार्च और गश्त कर रहे हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि क्षेत्र के मतदाता बाहर आएंगे और बिना किसी डर के अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों के साथ दाैरे के दाैरान मतदान दिवस के लिए किसी भी सुरक्षा मुद्दे के बारे में शाहीन बाग के स्थानीय लोगों से कोई शिकायत नहीं मिली है। इस बार दिल्ली में 2,689 स्थानों पर 13,750 मतदान केंद्र बनाएं जाएंगे। महत्वपूर्ण मतदान केंद्रों का सवाल है उसमें 516 स्थान और 3,704 बूथ शामिल हैं।

दिल्ली में मतदाताओं की संख्या 1.47 करोड़ से अधिक

दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यह भी बताया कि राजधानी दिल्ल के विधानसभा चुनाव में कुल 1,47,86,382 मतदाता है। इसमें 18 से 19 आयु वर्ग के 2,32,815 शामिल हैं। 1.47 करोड़ से अधिक मतदाताओं में 81,05,236 मेल वोटर, 66,80,277 फीमेल वोटर, 11,608 सर्विस वोटर, 869 थर्ड जेंडर वाेटर और 2,04,830 सीनियर सिटीजन वोटर (80 वर्ष और उससे अधिक) ) शामिल हैं।

सीएपीएफ कर्मियों की संख्या लगभग चार गुना

विशेष पुलिस आयुक्त (खुफिया) प्रवीर रंजन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के मौके पर कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) की 190 कंपनियों को सुरक्षा उपायों के तहत तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान तैनात सीएपीएफ कर्मियों की संख्या लगभग चार गुना है। आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के नियमों और दिल्ली डिफेसमेंट एक्ट के तहत राजनीतिक दलों के खिलाफ दायर एफआईआर पर उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) के खिलाफ 30 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इसमें तीन एमसीसी के तहत और बाकी दिल्ली डिफेसमेंट एक्ट के तहत दर्ज हुई है।

पार्टियों में पर इस तरह से दर्ज हुई एफआईआर

वहीं उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ दिल्ली डिफेसमेंट एक्ट के तहत चार और एमसीसी के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई है, जबकि कांग्रेस के लिए यह एमसीसी के तहत एक है और दिल्ली डिफेसमेंट एक्ट के तहत आठ है। अधिकारियों ने कहा कि प्रोग्राम व अदर इवेंट्स के लिए 27 प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जिनमें से 16 चुनाव आयोग और नौ सीईओ द्वारा अनुमोदित किए गए थे। वहीं वीडियो वैन के लिए, 191 आवेदन प्राप्त हुए। इसमें 185को परमिट मिली और छह खारिज कर दिए गए।

10 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की जा चुकी

मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मानिटरिंग कमेटी सेल को अब तक 217 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 188 सर्टिफिकेट इश्यू किए गए हैं। छह आवेदन लंबित हैं और 23 संशोधन के लिए खारिज कर दिए गए हैं। दिल्ली के सीईओ ने कहा कि चुनाव अधिकारियों द्वारा अब तक 10 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की जा चुकी है और 31.66 करोड़ रुपये की कीमत के बुलियन जब्त किए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि 6 जनवरी से 6.47 लाख से अधिक पोस्टर, बैनर और होर्डिंग्स हटा दिए गए हैं।

Posted By: Shweta Mishra