देश की राजधानी दिल्ली से सटी सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन का आज 18वां दिन है। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षा बल तैनात है। किसान आंदोलन को तेज करते जा रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांग नहीं मानेगी वह पीछे नहीं हटेंगे।

नई दिल्ली (एएनआई)। नए कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघू (दिल्ली-हरियाणा सीमा) पर किसानों का विरोध 18 वें दिन में प्रवेश कर गया। किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बॉर्डर पर सुरक्षा बल तैनात है। कानून व्यवस्था बिगाड़ने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही है। वहीं इस संबंध में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य( MSP), तीन कानून और किसान के जितने भी मुद्दे हैं उन पर सरकार बातचीत करे और इनका समाधान करे। जब तक ये(कानून) वापस नहीं होते किसान यहां से नहीं जाएगा। उनका आंदोलन जारी रहेगा।

Delhi: Farmers' protest at Singhu (Delhi-Haryana border) enters 18th day.
A protester says, "I reached here last night. More farmers are coming from Rajasthan, Punjab and Haryana. 500 more trolleys will arrive here on 16th December." pic.twitter.com/O2DN4E7bz5

— ANI (@ANI) December 13, 2020


16 दिसंबर को 500 और टोलियां यहां पहुंचेंगी
वहीं किसान आंदाेलन का दायरा बढ़ता जा रहा है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि वह कल रात यहां पहुंचा था। राजस्थान, पंजाब और हरियाणा से अधिक किसान आ रहे हैं। 16 दिसंबर को 500 और टोलियां यहां पहुंचेंगी। वहीं इसके पहले कल शनिवार को किसान नेता कमल प्रीत सिंह पन्नू ने ऐलान किया था सभी किसान संगठनों के प्रतिनिधि और अध्यक्ष स्टेज पर 14 तारीख को अनशन पर बैठेंगे। हम अपनी माताओं और बहनों से इस आंदोलन में शामिल होने का आह्वान करते हैं। उनके रहने, ठहरने और टॉयलेट का प्रबंध करने के बाद हम उन्हें इस आंदोलन में शामिल करेंगे। सरकार को किसानों की मांग माननी पड़ेगी।

Posted By: Shweta Mishra