मेरठ में इंस्पेक्टर और प्रॉपर्टी डीलर की हत्या के लिए आया था शक्ति नायडू

नायडू पर मेरठ में एक लाख और दिल्ली में पचास हजार का था इनाम

Meerut। कंकरखेड़ा क्षेत्र में दिल्ली का मोस्ट वांटेड डेढ़ लाख का इनामी शिव शक्ति नायडू मंगलवार को पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। फाय¨रग में गोली लगने से सीओ दौराला भी घायल हो गए। शिव शक्ति वैष्णो धाम कालोनी में रह रहे इंस्पेक्टर और प्रॉपर्टी डीलर की हत्या करने के लिए अपने साथियों संग आया था। इसके अलावा दिल्ली के एसीपी ललित मोहन की भी हत्या की प्लानिंग कर चुका था। मारे गए बदमाश के पास से एक फैक्ट्री मेड कार्बाइन और एक बंदूक बरामद हुई है।

ये है मामला

सोमवार को सरधना क्षेत्र में बदमाशों ने फॉरच्यूनर गाड़ी लूटी थी। इसके बाद ये बदमाश कंकरखेड़ा स्थित आरके सिटी कालोनी में एक फौजी के खाली पड़े फ्लैट में रह रहे थे। कंकरखेड़ा पुलिस ने लूटी हुई फॉरच्यूनर फ्लैट के बाहर खड़ी देखी, जिसके बाद सीओ दौराला जितेंद्र कुमार ने टीम के साथ फ्लैट की घेराबंदी की। मंगलवार शाम साढ़े चार बजे बदमाश फ्लैट में मौजूद थे। पुलिस को देखकर बदमाशों ने फ्लैट के अंदर से फाय¨रग की। इससे कालोनी में हड़कंप मच गया। पुलिस और बदमाशों की करीब 30 मिनट तक फाय¨रग में दिल्ली के मोस्ट वांटेड बदमाश शिव शक्ति नायडू के सीने में गोली लग गई, जबकि उसके साथी रवि उर्फ भूरा एवं अन्य मौके से भाग गए। फाय¨रग में एक गोली सीओ की पीठ पर भी लग गई। शक्ति नायडू और सीओ को जिला अस्पताल लाया गया, जहां उपचार के दौरान शिव शक्ति नायडू निवासी मदनगीर अंबेडकर नगर साउथ दिल्ली ने दम तोड़ दिया। सीओ की हालत खतरे से बाहर है। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि नायडू पर दिल्ली से पचास हजार और मेरठ से एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। हाल ही में नायडू ने अपने गैंग के हनी की कंकरखेड़ा में गोली मारकर हत्या की थी। उसके चाचा तिलक राज को भी चार गोली मारी थी। तभी से मेरठ पुलिस शिव शक्ति नायडू की तलाश में लगी हुई थी।

शिव शक्ति नायडू बिजनौर में तैनात इंस्पेक्टर और प्रॉपर्टी डीलर की हत्या की साजिश रच रहा था। बदमाश से फॉरच्यूनर, नाइन एमएम की कार्बाइन और 12 बोर की डीबीएल बंदूक बरामद हुई है। फरार बदमाशों की तलाश में कांबिंग की जा रही है।

प्रशांत कुमार, एडीजी जोन

विशाल चौधरी से फॉरच्यूनर लूट इंस्पेक्टर की हत्या करने आया था

दिल्ली की स्पेशल सेल द्वारा शिव शक्ति नायडू को मकोका में निरूद्ध करने के बाद फरार चल रहा था। नायडू जेल से पैरोल पर आने के बाद फरार चल रहा था। 30 जनवरी को नायडू मेरठ में अपने साथ रवि उर्फ भूरा, तिलकराज उसके भतीजे हनी के साथ आया था। ऋतुराज और तिलकराज ने पूछताछ के दौरान बताया कि पौढ़ी गढ़वाल के रहने वाले एसीपी ललित मोहन नेगी दिल्ली में तैनात हैं। परतापुर क्षेत्र में दिल्ली की स्पेशल सेल में तैनात पुलिसकर्मी की बेटी की शादी थी, जिसमें एसपी ललित मोहन नेगी आए थे। उसी शादी समारोह से निकलते ही नेगी पर अटैक की साजिश शिव शक्ति नायडू और रवि उर्फ भूरा ने रची थी। अचानक ही हनी और तिलक राज ने ललित मोहन नेगी के ऊपर अटैक करने से इन्कार कर दिया, जिसके चलते खिर्वा रोड पर नायडू ने हनी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। साथ ही उसके चाचा तिलकराज को चार गोली मारकर अधमरा छोड़ गया था। पुलिस के मुताबिक, फिलहाल में नायडू मेरठ जेल में तिलकराज पर हमले की प्लानिंग भी कर रहा था।

30 जनवरी को अपने ही गैंग के सदस्य हनी की हत्या करने के बाद शिव शक्ति नायडू मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में वांछित हो गया था। इसके बाद शक्ति मेरठ और गुड़गांव में अपना ठिकाना बनाकर रह रहा था। सोमवार को ही नायडू ने अपने गैंग के साथ सरधना में चिदौड़ी के विशाल चौधरी को गोली मारकर फॉरच्यूनर लूट ली थी। उसके बाद कंकरखेड़ा की आरके सिटी में छिपकर रह रहा था।

एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि वैष्णो धाम कालोनी में बिजनौर में तैनात इंस्पेक्टर विपिन कुमार और प्रॉपर्टी डीलर विपिन का परिवार रहता है। 29 जनवरी को ऋतुराज और दीपू का इंस्पेक्टर और प्रॉपर्टी डीलर से विवाद हो गया था। रवि और ऋतुराज कालोनी के लोगों से मेंटिनेंस वसूलते थे। इंस्पेक्टर ने मेंटिनेंस देने से इंकार कर दिया, जिस पर दीपू ने इंस्पेक्टर की पत्‍‌नी से अभद्रता की। इंस्पेक्टर अपने साथी प्रॉपर्टी डीलर विपिन को साथ लेकर कंकरखेड़ा थाने में तहरीर देने चले गए, जहां पर इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा के सामने ही इंस्पेक्टर की पत्‍‌नी ने दीपू को थप्पड़ मार दिया। उसके बाद थाने में ही दोनों में विवाद हो गया। हालांकि थाना प्रभारी ने विपिन पर शांतिभंग में कार्रवाई की। उसके बाद ऋतुराज ने इंस्पेक्टर को देख लेने की धमकी दी थी। उसी को लेकर 30 जनवरी को शक्ति नायडू पूरे गैंग को लेकर आया था। उसके बाद ही नायडू ने अपने गैंग के हनी की हत्या कर दी थी, जिसके बाद वापस लौट गए। ऐसे में ऋतुराज को पुलिस ने हत्या में जेल भेज दिया। अब नायडू ने इंस्पेक्टर और प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का प्लान बनाया था। इसलिए आरके सिटी में फौजी के मकान में गद्दे डालकर रह रहा था।

मकोका लगने के बाद एसीपी की हत्या करना चाहता था शिव :

Posted By: Inextlive