Sharjeel Imam को दिल्ली पुलिस ने बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार किया है। जेएनयू स्‍टूडेंट शर्जील पर सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित भड़काऊ भाषण के चलते कई राज्‍यों में राजद्रोह का मुकदमा दर्ज हुआ है।


नई दिल्ली (पीटीआई)। Sharjeel Imam जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) का छात्र शर्जील इमाम दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को बिहार के जहानाबाद इलाके से जेएनयू छात्र शारजील इमाम को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज में पीएचडी के छात्र शर्जील इमाम पर नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान दिए गए कथित भड़काऊ भाषणों के लिए कई राज्यों में राजद्रोह का मामला दर्ज हुआ था। क्राइम ब्रांच के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस राजेश देव ने कहा, हमने जहानाबाद से शर्जील इमाम को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस ने बिहार निवासी शर्जील इमाम की तलाश में पांच टीमों को तैनात किया था। शर्जील की तलाश में मुंबई, पटना और दिल्ली में भी छापे मारे गए थे। सुबह उसका छोटा भाई हिरासत में लिया गया था
इससे पहले सुबह जहानाबाद पुलिस ने शर्जील इमाम के पैतृक निवास पर छापा मारकार उसके छोटे भाई मुजम्मिल इमाम को हिसासत में लिया था। शर्जील इमाम को दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का सूत्रधार माना जा रहा है। जेएनयू छात्र शर्जील इमाम ने असम को भारत से अलग करने जैसा विवादित बयान दिया था। ऐसे में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने रविवार को शर्जील इमाम के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए, 153 ए और 505 के तहत मामला दर्ज किया था। यूपी पुलिस ने भी 16 जनवरी को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में सीएए के खिलाफ छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान शर्जील द्वारा दिए गए विवादास्पद भाषण के लिए मामला दर्ज किया है। भड़काऊ भाषण देकर लोगों को उकसाने का आरोपअसम पुलिस ने भी शर्जील के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर लोगों को उकसाने के आरोप में आतंकवाद रोधी कानून यूएपीए के तहत एक मामला दर्ज किया है। बता दें कि शर्जील इमाम का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह कह रहा है कि अगर हम सभी एक साथ आते हैं, तो हम भारत से पूर्वोत्तर को अलग कर सकते हैं। यदि हम इसे स्थायी रूप से नहीं कर सकते, तो कम से कम एक-दो महीने के लिए हम ऐसा कर सकते हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि भारत से असम को काट दें। उन्हें वीडियो में आगे कहते सुना गया है कि जब ऐसा होगा, उसके बाद ही सरकार हमारी बात सुनेगी।

Posted By: Shweta Mishra