पहले इलाज को तड़पती रही गोमाता और मरने के बाद अंतिम संस्कार को तरसी

- सीएम ने आश्रय और चारे के लिए खोला खजाना, यहां इलाज तक के लाले

आगरा: सीएम योगी आदित्यनाथ सूबे में गोवंश तक आश्रय, चारा और उपचार पहुंचाने के लिए नकेल कसे हुए हैं, लेकिन आगरा में एक गाय तीन दिन इलाज को तरस कर मर गई। इससे आक्रोशित ¨हदूवादियों ने विकास भवन में पूरे दिन डेरा डाला, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। देररात डीएम आवास के सामने गाय का शव रख जब हंगामा किया तो अधिकारी जागे और जिम्मेदारों पर कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत किया।

ट्रांसयमुना कॉलोनी के बी-ब्लॉक स्थित पार्क में बुधवार से घायल अवस्था में एक गाय पड़ी थी। क्षेत्रीय लोगों ने नगर निगम से लेकर पशुपालन विभाग के अधिकारियों तक फोन घुमाए। इसके बाद भी शुक्रवार सुबह तक कोई पशु चिकित्सक नहीं पहुंचा तो क्षेत्रीय लोगों ने गाय को इलाज के लिए अस्पताल भेजने को चंदा किया। ¨हदूवादी संगठन के युवाओं ने इसकी जिम्मेदारी ली और टेंपो का इंतजाम किया गया। गाय को लेकर चले तो रास्ते में उसने दम तोड़ दिया, जिसके बाद आक्रोशित ¨हदूवादी विकास भवन पहुंच गए और गाय को टेंपू में ही रख प्रदर्शन शुरू कर दिया। दो दर्जन से अधिक जिलास्तरीय अधिकारी वाले विकास भवन में मौजूद अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंगा। पशुपालन विभाग में मौजूद अधिकारी भी पीड़ा जानने नहीं पहुंचे तो रात आठ बजे लगभग सभी ने डीएम आवास का रूख कर दिया। गाय के शव के साथ ही प्रदर्शन शुरू किया तो एमजी रोड बाधित हो गया। इसके बाद प्रशासनिक अमले में हलचल मची और पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया, लेकिन ¨हदूवादी युवा डटे रहे। कुछ देर बाद एडीएम सिटी केपी सिंह मौके पर पहुंचे और सभी को आश्वस्त किया कि लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद मामला शांत हुआ और गाय को दफनाने के लिए ¨हदूवादी संगठन के युवा चल दिए।

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मामले की एसीएम से जांच कराई जा रही है। अगर किसी स्तर पर कोई लापरवाही हुई है तो कार्रवाई होगी।

केपी सिंह, एडीएम सिटी

Posted By: Inextlive