-सीएमओ के निर्देश पर प्राइवेट लैब एसोसिएशन ने जांच के लिए शुल्क निर्धारित किया

देहरादून,

डेंगू के डर से टेस्ट कराने पहुंच रहे लोगों को अब प्राइवेट लैब मनमाने तरीके से नहीं लूट पाएंगी। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश के बाद स्वास्थ्य महकमे ने प्राइवेट लैब पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी के डर से प्राइवेट लैब एसोसिएशन ने जांच के लिए शुल्क निर्धारित कर दिए हैं। हालांकि ये निर्णय डेंगू के हाहाकार मचाने और आंकड़ा तीन हजार के पास पहुंचने के बाद लिया गया है। दून में पैथोलॉजिस्ट एसोसिएशन ने तय किया है कि एलाइजा जांच के एक हजार की जगह अब 500 रुपये लिए जाएंगे।

एलाइजा जांच कम रेट पर

डेंगू के प्रकोप के बाद दून में मरीजों को जांच के लिए भी मारामारी देखने को मिल रही थी। इतना ही नहीं कई मरीजों ने प्राइवेट लैब पर जांच के नाम पर लूटने का आरोप लगाया गया था। उदाहरण के लिए एलाइजा जांच के लिए एक किट में 96 जांचे हो जाती है, जिसमें एक जांच का खर्चा करीब 300 रुपए बैठता है, जो कि प्राइवेट लैब में 800 रुपए से ज्यादा वसूले जा रहे थे, इसकी लगातार कम्पलेन भी आ रही थी। सैटरडे को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डेंगू की समीक्षा बैठक की थी। उन्होंने आईएमए व निजी पैथोलॉजी लैब के साथ समन्वय स्थापित कर वास्तविक फीस का निर्धारण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। जिस पर सीएमओ डॉ। एसके गुप्ता ने इस बावत निर्देश जारी किए। संडे शाम पैथोलॉजिस्ट एसोसिएशन ने इस मसले पर बैठक बुलाई, जिसमें शुल्क निर्धारण का निर्णय लिया गया। अध्यक्ष डॉ। सविता गोयल ने कहा कि ज्यादातर प्राइवेट लैब वाजिब ही शुल्क ले रहे हैं। सरकारी लैब में जहां रिपोर्ट आने में दो से तीन दिन भी लग रहे हैं, हम एक दिन में रिपोर्ट दे रहे हैं। अब मरीजों के हित में दाम और कम कर दिए गए हैं। जिसका सर्कुलर भी जल्द जारी कर दिया जाएगा।

ये तय की जांच की दरें

जांच-पुराने रेट-नये रेट

रैपिड टेस्ट-एनएस 1-आईजीजी-आईजीएम-1200-1000

एलाइजा जांच-1000-500

सीबीसी-360-300

प्लेटलेट्स काउंट-150-130

Posted By: Inextlive