- दून हॉस्पिटल में 8 व 16 बेड के दो आइसोलेशन वार्ड डेंगू पेशेंट्स से फुल

- 10 बेड का तीसरा आइसोलेशन वार्ड तैयार करने में जुटा हॉस्पिटल मैनेजमेंट

- थर्सडे को भी सामने आए डेंगू के 38 पॉजिटिव केस, अब तक 519

देहरादून,

शहर में डेंगू का डंक आउट ऑफ कंट्रोल होता जा रहा है और दून हॉस्पिटल के डेंगू वार्ड ओवरक्राउडेड हो गए हैं। हालात यह हैं कि दून हॉस्पिटल में 8 और 16 बेड के दो वार्ड डेंगू पीडि़तों से फुल हैं और हॉस्पिटल मैनेजमेंट अब 10 बेड का एक और वार्ड तैयार करने की कवायद में जुटा हुआ है। थर्सडे को भी 38 पेशेंट्स में डेंगू की पुष्टि हुई है, इसके बाद दून में डेंगू पीडि़तों का आंकड़ा 519 तक जा पहुंचा है।

आइसोलेशन वार्ड बना चैलेंज

डेंगू पीडि़तों की रोज बढ़ती संख्या को देख दून हॉस्पिटल मैनेजमेंट के सामने आइसोलेशन वार्ड तैयार करना बड़ा चैलेंज साबित हो रहा है। हॉस्पिटल में पहला आइसोलेशन वार्ड जुलाई में तैयार किया गया था, जिसमें डेंगू पेशेंट्स के लिए 8 बेड रिजर्व किए गए थे। डेंगू के केसेज बढ़ते गए तो 16 बेड का एक और आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया। अब यह दोनों वार्ड फुल हो चुके हैं। अब 10 बेड का एक और वार्ड तैयार किया जा रहा है। आइसोलेशन वार्ड में हर बेड को मच्छरदानी से कवर करना जरूरी होता है, साथ ही सेनिटेशन की भी स्पेशल व्यवस्था करनी होती है, ऐसे में आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए हॉस्पिटल मैनेजमेंट को काफी संसाधन जुटाने होते हैं।

डेंगू पेशेंट्स उमस से परेशान

संसाधन और लापरवाही की मार डेंगू पीडि़त भी झेल रहे हैं। दून हॉस्पिटल के डेंगू वार्ड में मच्छरदानी के अलावा कोई खास इंतजाम नहीं है। न तो पर्याप्त संख्या में सीलिंग फैन हैं, न कूलर की व्यवस्था। ऐसे में डेंगू पेशेंट्स उमस से परेशान हैं। डेंगू वार्ड में वॉलफैन लगाए गए हैं, जो प्रभावी नहीं हैं। पेशेंट्स और अटैंडेंट कई बार इसकी कंप्लेन हॉस्पिटल मैनेजमेंट से कर चुके हैं, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। वार्ड में एक कूलर जरूर रखा गया है, जिसका यूज नहीं हो रहा। वार्ड साइज में काफी छोटे हैं, जिससे पेशेंट्स को परेशानी हो रही है।

घर-घर लार्वा का सर्वे, अवेयरनेस

हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम लगातार डेंगू के लार्वा की पड़ताल के लिए शहरभर में घूम रही है। थर्सडे को टीम ने ऋषिकेश के मायाकुंड और बंगाली बस्ती का विजिट किया। ऋषिकेश एम्स के कम्प्यूनिटी मेडिसन डिपार्टमेंट की हेल्प से टीम ने डेंगू प्रभावित एरिया में 320 घरों का सर्वे भी किया। अधिकांश घरों में डेंगू का लार्वा पाया गया। आशा वर्कर्स द्वारा लोगों को डेंगू से बचाव के लिए अवेयर किया गया। दून के नेहरू ग्राम में हेल्थ चेक-अप कैंप भी लगाया गया, साथ ही 125 घरों का सर्वे किया गया।

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8 और 16 बेड के 2 आइसोलेशन वार्ड डेंगू पेशेंट्स से फुल हो चुके हैं। अब 10 बेड का एक और आइसोलेशन वार्ड तैयार किया जा रहा है। पेशेंट्स को सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।

- डॉ। केके टम्टा, एमएस, दून हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive