डेंगू ने मारी सेंचुरी, लोग परेशान
- लगातार बढ़ रहे मरीजों से चिंतित हुआ विभाग
- असफल साबित हो रहे हैं लगाम लगाने के तरीके ALLAHABAD: जिले में डेंगू बेलगाम होता जा रहा है। यही कारण है कि मरीजों की संख्या में इस बीमारी ने सेंचुरी मार दी है और अभी भी मरीजों की कम होने का नाम नही ले रही है। इससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के होश उड़े हुए हैं। इस सीजन में एक समान लक्षणों को भी लेकर मरीज परेशान हो रहे हैं। यही हाल रहा तो पिछले साल का रिकार्ड टूट जाएगा। 122 हुए डेंगू के मरीजअक्टूबर के शुरुआती वीक में ही डेंगू के मरीजों की संख्या 122 पहुंच गई है। विभाग का कहना है कि इनमें से केवल 97 मरीज ही इलाहाबाद के हैं और बाकी बाहर से आकर इलाज करा रहे हैं। लेकिन हकीकत इससे अलग है। आंकड़ों में यह सभी मरीज जिले के ही माने जा रहे हैं। बता दें कि पिछले साल अक्टूबर के अंत तक मरीजों की संख्या 700 की संख्या पार कर गई थी।
कन्फ्यूज कर रहे हैं एक जैसे लक्षणइस सीजन में वायरल फीवर और मलेरिया के लक्षण भी डेंगू से मिलते जुलते हैं। तीनों बीमारियों के फीवर कॉमन है और इसके अलावा बदन दर्द भी होता है। फीवर रुक-रुक कर आता है जिससे डॉक्टरों को डेंगू और मलेरिया की जांच कराने पर मजबूर होना पड़ता है। डॉक्टर्स का कहना है कि कई बार जरा सी लापरवाही से मरीज के इलाज में काफी दिक्कते पैदा होती हैं।
डेंगू के हैं ये लक्षण - तेज फीवर - आंखों के पीछे मांसपेशियों में तेज दर्द, सिरदर्द - ब्लीडिंग - स्किन में रैशेज पड़ना बचाव के तरीके - बच्चों को फुल आस्तीन के कपड़े पहनाकर स्कूल भेजें। - घर में कूलर और गमलों का पानी लगातार बदलते रहें। - कही भी साफ पानी को अधिक दिन तक एकत्र न होने दें। - लगातार फीवर बना रहने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें। वर्जन हमारे मरीज केवल 97 हैं और बाकी दूसरे जिलों से आकर इलाज करा रहे हैं। लोगों को जागरुक किया जा रहा है। यह मच्छ साफ पानी में पनपते हैं जिससे होशियार रहना है। केपी द्विवेदी, जिला मलेरिया अधिकारी डेंगू, मलेरिया और वायरल फीवर के लक्षणों को लेकर अक्सर कन्फ्यूजन होता है। यही कारण है कि डॉक्टर कॉमन तरीके से दोनों बीमारियों की जांच करा रहे हैं। जनता में जागरुकता का अभाव है। डॉ। आशुतोष गुप्ता, चेस्ट फिजीशियन