सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद माफिया अतीक अहमद को न तो गुजरात में किसी जेल भेजा जा सका है और ना ही सीबीआई ने उसके खिलाफ केस दर्ज किया है। राज्य सरकार को अपने उस पत्र के जवाब का इंतजार है जो अतीक को रखने के लिए किसी उपयुक्त जेल का नाम सुझाने को लेकर भेजा गया था...


-राज्य सरकार कर रही गुजरात सरकार को भेजे पत्र के जवाब का इंतजार-सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद सीबीआई ने भी अब तक नहीं दर्ज किया केसlucknow@inext.co.inLUCKNOW : अब अतीक अहमद प्रयागराज की नैनी जेल से ही अपने सियासी मंसूबों को परवान चढ़ा रहा है। उसके वकील द्वारा वाराणसी सीट से चुनाव लडऩे के लिए पर्चा भी दाखिल किया जा चुका है। हालांकि मंगलवार को राज्य सरकार ने देवरिया जेल में लखनऊ के कारोबारी मोहित गुप्ता को अतीक द्वारा बंधक बनाकर पीटने के मामले में जेल अधीक्षक दिलीप पांडेय को सस्पेंड कर दिया गया। ध्यान रहे कि इस मामले में जेलर व डिप्टी जेलर समेत पांच जेलकर्मियों को सस्पेंड किया जा चुका है।23 अप्रैल को दिया था आदेश


ध्यान रहे कि सुप्रीम कोर्ट ने विगत 23 अप्रैल को राज्य सरकार को आदेश दिया था कि वह अतीक अहमद को गुजरात की किसी जेल में ट्रांसफर करे और लखनऊ के कारोबारी को देवरिया जेल में बुलाकर बंधक बनाकर पीटने की मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए। इससे पहले राज्य सरकार ने अचानक अतीक अहमद का ट्रांसफर

बरेली जेल से नैनी जेल कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बाद हड़कंप मच गया और आनन-फानन में राज्य सरकार ने अतीक के लिए उपयुक्त जेल सुझाने केलिए गुजरात सरकार को पत्र भी लिख दिया। सूत्रों की मानें तो अभी तक गुजरात सरकार ने गृह विभाग के पत्र का जवाब नहीं भेजा है। हिलेरी से लेकर इंडियन आर्मी तक, वैज्ञानिकों ने बताई हिममानव की सचाईइंडियन आर्मी को दिखे हिममानव 'येति' के पैरों के निशान, ट्वीट की तस्वीरेंसीबीआई केस दर्ज करने का इंतजार कर रहीवहीं सीबीआई भी इस मामले में केस दर्ज करने के लिए मुख्यालय की अनुमति का इंतजार कर रही है। गृह विभाग के निर्देश पर देवरिया जेल के अफसरों के खिलाफ जांच शुरू की गयी जिसके बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री ने जेल अधीक्षक को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने बताया कि केपी त्रिपाठी को देवरिया जेल का नया अधीक्षक नियुक्त किया गया है।

Posted By: Vandana Sharma