पॉल्यूशन डिपार्टमेंट को पता भी नहीं मेरठ में बनती है पॉलीथिन
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वर्जन हमने पॉल्यूशन डिपार्टमेंट को पॉलीथिन इंडस्ट्रीज हटाने के लिए आदेश कर दिए हैं। अगर उन्हें मजिट्रेट की जरुरत होगी तो दी जाएगी। करीब एक डेढ़ माह पहले इसका आदेश शासन स्तर से हुआ था। सभी को जानकारी थी। ऐसे में सभी के लिए इतना वक्त बहुत था। - पंकज यादव, डीएम, मेरठ मेरठ में कोई पॉलीथिन निर्माता कंपनी नहीं है। हमारे डिपार्टमेंट की ओर से किसी भी निर्माता कंपनी द्वारा रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया है। अगर आपके पास निर्माता कंपनियों की कोई सूची है तो उपलब्ध कराएं। - बीबी अवस्थी, रीजनल ऑफिसर, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड हमारी इंडस्ट्री को पॉल्यूशन के अलग कर दिया गया था। क्योंकि इंडस्ट्री से न तो गंदा पानी निकलता है और न ही धुंआ। वर्ष 2009 से पहले हम जिला उद्योग में रजिस्टर्ड थे। उसके बाद हमें एमएसएमई में शामिल कर लिया गया था।- राकेश कुमार गर्ग, अध्यक्ष, प्लास्टिक प्रोसेसिंग, मैन्युफैक्चरिंग एंड ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन
- डिपार्टमेंट को नहीं पता मेरठ में कितनी है पॉलीथिन निर्माता कंपनी - डीएम कर चुके हैं डिपार्टमेंट को कार्रवाई करने के आदेश - आज से मेरठ समेत पूरी यूपी में पॉलीथिन होनी है बैनMeerut : आज से मेरठ समेत पूरी यूपी में पॉलीथिन बैन होने जा रही है। सभी पॉलीथिन बनाने पाली कंपनियों को सील कर दिया जाएगा। मेरठ के पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के रीजनल ऑफिसर को इस बात की जानकारी तक नहीं है कि मेरठ में कितनी पॉलीथिन निर्माता कंपनी है। जबकि डीएम की ओर से डिपार्टमेंट को कार्रवाई करने के निर्देश प्राप्त हो चुके हैं।
फैक्ट एंड फिगर - मेरठ में पॉलीथिन मैन्युफैक्चरिंग की 40 यूनिट। - प्रति दिन 10 टन पॉलीथिन होती हैं मैन्युफैक्चर। - 60 करोड़ रुपए का सालाना कारोबार। - 50 हजार से अधिक इस कारोबार से जुड़े हुए लोग। - प्रति माह 50 लाख रुपए बिजली बिल देते हैं। - सरकार को प्रति माह 20 लाख रुपए देते हैं वैट।