RANCHI : शहर के आसपास के इलाकों में लोग बिना नक्शा पास कराये ही धड़ल्ले से मकान बना रहे हैं। लेकिन जिम्मेवार अथॉरिटी आरआरडीए का इस ओर से ध्यान ही नहीं है। कार्रवाई न होने से लोग बेलगाम हैं और अपनी बिल्डिंग तनवाते जा रहे हैं। अलबत्ता शुरुआत में कुछ इलाकों में बिना नक्शा के घर बनाने वालों पर कार्रवाई के लिए जरूर अभियान चलाया गया था मगर वह भी आईवाश ही था। बता दें कि बहुत से लोगों ने नक्शा पास कराने के लिए विभाग में काफी पहले से आवेदन कर रखा है लेकिन फाइल आगे न बढ़ने के कारण भी कई लोग ऐसा करने के लिए बाध्य हो रहे हैं।

इसलिए भी नहीं हो रहा पास

आरआरडीए की ओर से 63 लोगों का प्रोविजनल नक्शा पास कर दिया गया है, लेकिन इनका परमानेंट नक्शा पास नहीं हो रहा है। इस बारे आरआरडीए के वाइस प्रेसिडेंट अरविंद प्रसाद बताते हैं कि प्रोविजनल का आदेश हमने दे दिया है, अब जो टेक्निकल पर्सन एलपीपी हैं उनको ही ऑनलाइन नक्शा पास करने और सरकारी फीस जमा करनी है, जो आवेदक फीस नहीं जमा कर रहे हैं, उनका फाइनल नक्शा पास नहीं हो पा रहा है।

इसलिए नक्शा है अटका

वाइस प्रेसिडेंट ने बताया कि आरआरडीए क्षेत्र में जिन लोगों का नक्शा पास किया जा रहा है, उन लोगों को सेल्फ डिक्लेयरेशन देना है कि सड़क के लिए वो अपने जगह का जमीन छोड़ रहे हैं। साथ ही सरकार की जो फीस है, वह भी उनको जमा करना है, ये सब लोग पूरा नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण फाइनल नक्शा के लिए अप्रूवल नहीं मिल पा रहा है।

मैन पावर की बेहद कमी

आरआरडीए मैन पावर की कमी के कारण भी अपना काम सही से नहीं कर पा रहा है। वैसे तो नक्शा पास करने की प्रक्रिया ऑनलाइन है, मगर एक नक्शा पास करने में महीनों लग जा रहा है। जबकि गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे स्टेट में आरआरडीए जैसी संस्था हजारों, करोड़ों के प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। मगर रांची में आरआरडीए कागजी कार्यालय बनकर रह गया है। आरआरडीए के जिम्मे रांची शहर के आसपास के 354 गांवों का नक्शा पास करने का जिम्मा है मगर मैन पावर की कमी की वजह से वह काम भी नहीं हो पा रहा है।

कागज से नीचे नहीं उतर रहा प्लान

आरआरडीए ने झारखंड सरकार एचईसी क्षेत्र में एक एम्यूजमेंट पार्क बनाने का प्रस्ताव दिया था। जिसे नगर विकास विभाग ने दो साल पहले ही स्वीकृत कर दिया था। इसके बाद भी यह मामला ठंडे बस्ते में ही है। इसके अलावा भी इंजीनियरों ने कई तरह की प्लानिंग बनाकर नगर विकास विभाग को दिया लेकिन उनमें से एक भी काम जमीन पर नहीं उतरा।

वर्जन

आरआरडीए में प्रोविजनल नक्शा पास कर दिया जा रहा है, लेकिन लोगों के नियम का पालन नहीं करने के कारण फाइनल नक्शा अप्रूव नहीं किया जा रहा है। फिलहाल 63 नक्शों का आवेदन लंबित है, जैसे ही सभी कागजात और पेमेंट जमा कर दिया जाएगा, फाइनल नक्शा पास कर दिया जाएगा।

अरविंद प्रसाद, उपाध्यक्ष, रांची

Posted By: Inextlive