- तीन महीने से अवसाद ग्रस्त था बंदी

- अपने ही पिता के हत्या के प्रयास में बंद है

Meerut: जिला कारागार में मंगलवार को एक बंदी ने पेड़ से लटक कर आत्महत्या का प्रयास किया। इसी दौरान बंदी रक्षकों ने उसे घटना को अंजाम देते हुए देख लिया तो उसे तुरंत पकड़ लिया गया। जेल प्रशासन ने उसे मेडिकल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है। बंदी अपने ही पिता के हत्या के प्रयास में बंद है। बताया जा रहा है कि वह पिछले काफी समय से डिप्रेशन में था। कोई भी जेल में मिलने नहीं आता था। इस घटना के बाद भी कोई उसकी खैर-खबर लेने नहीं आया।

नहाने का बहाना

बागपत स्थित दोघट निवासी दीपक पर अपने पिता सुभाष सिंह पर हत्या का मुकदमा दर्ज है। पिता ने दीपक पर रोहटा थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। दीपक को तीन महीने पहले ही जेल लाया गया था, सोमवार को कोर्ट में गवाही के दौरान भी पिता ने दीपक के खिलाफ बयान दिया था, जिससे दीपक काफी आहत हो गया। बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह दीपक नहाने का बोलकर बैरक के बाहर बने बाथरूम में चला गया। उसी के पीछे स्थित पेड़ पर वह चढ़ गया और गमछे से फंदा बनाकर लटकने का प्रयास कर रहा था। इसी दौरान बंदीरक्षकों की नजर उस पर पड़ गई और उसे बचा लिया गया।

डिप्रेशन में था दीपक

जिला प्रशासन की माने तो दीपक काफी डिप्रेशन में था। तीन महीने से उसकी हालत सही नहीं थी। जिला कारागार में ही उसकी काउंसलिंग कराई जा रही थी। इस दौरान उसे दौरा भी पड़ने लगा था, जिसके चलते उसे जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ज्यादा तबियत खराब होने पर उसे तीन बार मेडिकल में भी भर्ती कराया गया था। जेल प्रशासन ने बताया कि परिजनों ने उससे पूरी तरह से नाता तोड़ लिया था। कोई भी उससे मिलने नहीं आता था। जेल में जब उसकी तबियत बिगड़ी तब भी कोई उससे मिलने नहीं पहुंचा। घटना की सूचना देने पर भी कोई मिलने नहीं आया।

बंदी तीन महीने से अवसाद में था। उसका इलाज भी चल रहा था। सुबह उसने आत्हत्या का प्रयास किया तो समय रहते पकड़ लिया। अभी उसकी हालत सही है।

- एसएचएम रिजवी, वरिष्ठ जेल अधीक्षक

Posted By: Inextlive