- शनिवार रात शादी समारोह से लौटने के दौरान हुई वारदात

- अज्ञात हमलावरों ने अधाधुंध चलाई 25 राउंड गोलियां

- पत्नी की हालत गंभीर, बच्चों ने सीट के नीचे छिपकर बचाई जान

- बिजनौर ब्लास्ट की जांच की थी, आईएम माड्यूल थे निशाने पर

- राजधानी से आईजी एटीएस असीम अरुण को बिजनौर भेजा गया

- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मिली 12 गोलियां, चार गोलियां पत्नी को लगीं

LUCKNOW: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के डिप्टी एसपी तंजील अहमद की शनिवार देर रात बिजनौर जिले में अज्ञात हमलावरों ने अधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी। वारदात में डिप्टी एसपी की पत्नी फरजाना को भी चार गोलियां लगी, जिन्हें बाद में नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिनकी हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। डिप्टी एसपी के दोनों बच्चों ने कार की सीट के नीचे छिपकर अपनी जान बचाई। वारदात के बाद बिजनौर में एनआईए और यूपी एटीएस के अफसरों का जमावड़ा लग गया। राजधानी से आईजी एटीएस असीम अरुण को मौका-मुआयना करने भेजा गया है। घटना के पीछे आतंकियों का हाथ होने का अंदेशा जताया जा रहा है।

24 गोलियां मारी

फायरिंग में तंजील अहमद की मौके पर ही मौत हो गयी। उनका शव मुरादाबाद भेजा गया, जहां डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों में से एक डॉ। एनके शर्मा ने बताया कि डिप्टी एसपी को कुल 24 गोलियां लगी हैं। जिसमें से नौ शरीर के आर-पार हो गई। पोस्टमार्टम में शरीर से 12 गोलियां निकाली गयीं। वहीं तीन गोलियां शरीर से रगड़ खा कर निकल गई। वारदात दो तरह के आटोमैटिक हथियारों से अंजाम दी गयी है। शव से निकाली गयी गोलियों को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। इनमें से एक हथियार नाइन एमएम का होने की आशंका जताई जा रही है। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से भी कई अहम साक्ष्य जुटाये हैं जिनकी जांच की जा रही है। वहीं पोस्टमार्टम के बाद डिप्टी एसपी के शव को दिल्ली भेजा जाएगा।

'पठानकोट मामले से लेना देना नहीं'

वहीं दूसरी ओर एनआईए के अधिकारियों ने साफ किया है कि तंजील अहमद का पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले की जांच से कोई लेना-देना नहीं था। एनआईए के सूत्रों के मुताबिक जेल से फरार हुए इंडियन मुजाहिदीन के आतंकियों द्वारा बिजनौर में किये गये ब्लास्ट के मामले की जांच तंजील ने की थी। इस पहलू को देखते हुए घटना में आतंकियों का हाथ होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। एनआईए के आईजी संजीव कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि तंजील पर बकायदा प्लान बनाकर हमला किया गया। एनआईए के अलावा यूपी एटीएस और एसटीएफ भी मामले की जांच कर रहे है। मालूम हो कि तंजील अहमद छह साल पहले बीएसएफ से प्रतिनियुक्ति पर एनआईए आए थे।

भांजी के शादी समारोह से लौट रहे थे

दिल्ली में तैनात तंजील शनिवार रात स्योहारा में अपनी भांजी की शादी से वापस अपने घर सहसपुर आ रहे थे। कार में उनकी पत्नी फरजाना व दोनों बच्चे शहबाज और जिमनिस थे। रात करीब एक बजे नगरपालिका सहसपुर के गेट के पास बाइकसवार बदमाशों ने उनकी कार को ओवरटेक किया और आटोमैटिक हथियारों से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने लगे। कार में आगे बैठे तंजील को बदमाशों ने निशाना बनाते हुए करीब 25 राउंड फायर किए। इसमें से चार गोलियां उनकी पत्नी फरजाना को भी लग गयी। पीछे से आ रहे तंजील के परिजनों ने उन्हें अस्पताल पहुंचाया। जहां तंजील को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि फरजाना को दिल्ली रेफर कर दिया गया।

Posted By: Inextlive