-टूरिज्म डिपार्टमेंट ने इस बार सामान्य से बड़े बनवाए हैं दिए

-चार घंटे से ज्यादा समय तक जलते रहेंगे दीपक

VARANASI

इस बार देव दीपावली पर गंगा घाट का नजारा बेहद खास दिखेगा। घाटों को रोशन करने वाले लाखों दीये पर्यटकों को पहले से कही ज्यादा अट्रैक्ट करेंगे। ऐसा इसलिए कि इस बार घाटों पर जो दीये जलने वाले हैं, उन्हें खास और बड़े आकार के बनवाएं गए हैं। टूरिज्म डिपार्टमेंट ने पिछले साल की तुलना में दीयों की साइज को बड़ा करा दिया है। देव दीपावली के लिए समितियों व आम लोगों को दीया वितरित करने के लिए डिपार्टमेंट ने बड़े आकार के पांच लाख दीये खास तौर पर तैयार कराए हैं। इसमें तीन लाख दीये पड़ोसी जिले मीरजापुर के चुनार से मंगाए गए हैं तो बाकी दो लाख दीये राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं से तैयार कराया गया है।

दीये के साथ तेल-बाती भी

टूरिज्म डिपार्टमेंट की ओर से घाट समितियों को कुछ घाटों पर स्टॉल लगाकर दीये के साथ तेल व बाती का वितरण किया जा रहा है। बाजार में उपलब्ध होने वाले दीये में सामान्य तौर पर दस ग्राम तक तेल आता है, जो कुछ मिनट तक ही जलता है। इससे घाट की जगमगाहट कम समय में ही खत्म होने लगती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। उत्सव के लिए अलग से तैयार कराए गए दीयों में 80 ग्राम तेल आने से यह कम से कम चार घंटे तक जलेंगे।

आधी आबादी ने तैयार किए दीये

टूरिज्म डिपार्टमेंट ने दुनियाभर के पर्यटकों को देव दीपावली की भव्यता दिखाने के लिए बेजोड़ प्रयास किया है। इसी कड़ी में गांव-गांव में बने स्वयं सहायता समूह को भी इस उत्सव से जोड़ने की अनूठी पहल की गई है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के अंतर्गत नवापुरा में गठित स्वयं सहायता समूहों द्वारा देव दीपावली के लिए डेढ़ लाख दीये बनाकर महिलाएं देव दीपावली महोत्सव समिति को उपलब्ध कराई हैं।

बड़े दीपक दमकेंगे घाट

पहली बार ऐसा हो रहा है जब देव दीपावली में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं के हाथों बने दीपक गंगा के घाटों की शोभा बढ़ाने का काम करेंगे। नवापुरा में गठित सात समूह से जुड़ी महिलाएं इस काम में जुटी हैं। इस गांव में कुम्हारों की बस्ती में दो दर्जन से ज्यादा महिलाएं दीपक बनाने का काम कर रही हैं। इनमें से ज्यादातर महिलाएं हाथ से चाक चलाती हैं। महिलाओं के स्वयं सहायता समूह के बीच दो इलेक्ट्रिक चाक भी उपलब्ध हैं। वहीं शिवपुर इलाके के स्वयं सेवी सहायता समूहों को भी पहली बार देव दीपावली के लिए दीये बनाने का ऑर्डर मिलने से महिलाएं बेहद खुश हैं।

देव दीपावली को भव्यता देने के लिए लिए इस बार खास तरह के दीये बनवाएं गए हैं। इसकी खासियत ये है कि एक दीये में 80 एमएल तेल आएगा, जिसकी लौ चार घंटे तक जलती रहेगी।

अविनाश चंद्र मिश्रा, जेडी

टूरिज्म डिपार्टमेंट

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एनडीआरएफ की टीम रहेगी मुस्तैद

देव दीपावली महोत्सव पर गंगा घाटों पर आधुनिक उपकरणों के साथ एनडीआरएफ की टीम मुस्तैद रहेगी। इसके साथ ही पिछले साल की तरह इस बार भी केंद्रीय बलों के वीरगति प्राप्त जवानों के परिजनों को दशाश्वमेध घाट पर भगीरथ शौर्य सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। देवों के इस उत्सव में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ के जवान सभी मुख्य घाटों पर तैनात रहेंगे। इस बार चार टीमों को दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, हरिश्चंद्र घाट, मणिकर्णिका घाट, राजघाट सहित नजदीकी घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा में गंगा नदी में तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही एनडीआरएफ की मेडिकल टीम विभिन्न घाटों पर उपस्थित रहकर घायल श्रद्धालुओं का निशुल्क उपचार व दवा का वितरण करेगी।

Posted By: Inextlive