पीएम मोदी असम में डिब्रूगढ़ के बोगीबील में एशिया के दूसरे सबसे लंबे रेल-सड़क पुल का उद्घाटन किया। हालांकि इस उद्घाटन को लेकर पूर्व पीएम एच डी देवगाैड़ा थोड़ा निराश दिखें। जानें क्यों...


बेंगलुरु/डिब्रूगढ़ (एजेंसियां)। पीएम नरेंद्र मोदी ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर डिब्रूगढ़ के समीप बोगीबील रेल-सड़क पुल का उद्घाटन किया है। असम में ऊपरी ब्रह्मपुत्र नदी पर बने इस पुल का निर्माण तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी जी के समय शुरू हुआ था। ऐसे में 16 साल बाद उनकी जयंती पर इसका उद्घाटन हुआ। हालांकि इस अवसर पर पूर्व पीएम एच डी देवगाैड़ा थोड़ा निराश दिखे। देवगाैड़ा बोले आयो रामा! मुझे कौन याद करेगा
इस माैके पर पूर्व पीएम और जेडी (एस) सुप्रीमो एच डी देवगाैड़ा को नहीं बुलाया गया। इस पर उन्होंने निराशा व्यक्त की क्योंकि देश के सबसे लंबे रेल सड़क पुल का शिलान्यास उन्होंने ही किया था। इस पर जब उनसे पूछा गया कि इस उद्घाटन को लेकर आप कैसा महसूस कर रहे हैं। क्या आपकाे इस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण मिला। इस पर उन्होंने चुटकी लेते हुए जवाब दि या कि आयो रामा! मुझे कौन याद करेगा? 1997 में पीएम देवगाैड़ा ने रखी थी इसकी नींव


बोगीबील रेल-सड़क पुल की आधार शिला 1997 में तत्कालीन पीएम एच डी देवगाैड़ा ने रखी थी। पूर्व पीएम देवगाैड़ा का कहना है कि कश्मीर, दिल्ली मेट्रो और बोगीबील के लिए रेल सड़क पुल उन परियोजनाओं में से था जिन्हें मैंने मंजूरी दी थी। इसके लिए मैंने 100 करोड़ रुपये के बजट की भी  मंजूरी दी थी। खास बात तो यह है कि इन परियोजनाओं की आधारशिला उन्होंने ही रखी थी लेकिन आज लोग यह बात भूल गए हैं।

अटल जयंती पर पीएम मोदी ने किया बोगीबील ब्रिज का उद्घाटन, जानें एशिया के दूसरे सबसे लंबे रेल-सड़क पुल की खासियत

Posted By: Shweta Mishra