बीजेपी के बड़े नेता देवेंद्र फड़नवीस ने कराची को लेकर बड़ा बयान दिया है। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम का कहना है कि पाकिस्तान का कराची एक दिन भारत का हिस्सा होगा। आइए जानें फड़नवीस ने यह बयान किसलिए दिया है।

नागपुर (एएनआई)। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस ने कहा है कि पाकिस्तान का कराची एक दिन भारत का हिस्सा होगा। फड़नवीस ने यह टिप्पणी इस समय दी है जब मुंबई में 'कराची' को लेकर काफी विवाद चल रहा है। दरअसल मुंबई के बांद्रा पश्चिम में एक मिठाई का दुकान 'कराची स्वीट्स' है जिसके नाम बदलने को लेकर शिवसेना नेता काफी परेशान है। शिवसेना के एक नेता द्वारा कथित तौर पर "कराची स्वीट्स" की दुकान के मालिक से कराची शब्द को हटाने को कहा है।

कराची एक दिन भारत का हिस्सा होगा
फडणवीस ने इस पर बात करते हुए संवाददाताओं से कहा, "हम 'अखंड भारत' में विश्वास करते हैं। हम यह भी मानते हैं कि कराची एक दिन भारत का हिस्सा होगा।" शिवसेना नेता नितिन नंदगांवकर का एक वीडियो पिछले सप्ताह वायरल हुआ था, जहां उन्हें कथित तौर पर "कराची" नाम बदलने के लिए बांद्रा पश्चिम में कराची स्वीट्स की दुकान के मालिक से पूछते हुए देखा गया था। नेता का कहना था, 'आपको यह करना होगा, हम आपको समय दे रहे हैं। 'कराची' को मराठी में बदलें।'

मुंबई में 'कराची स्वीट्स' के नाम पर विवाद
बाद में, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा कि कराची बेकरी और कराची मिठाई के नाम बदलने की मांग उनकी पार्टी का आधिकारिक रुख नहीं है। राउत ने ट्वीट किया, "कराची बेकरी और कराची मिठाइयाँ पिछले 60 वर्षों से मुंबई में हैं। उनका पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है। अब उनका नाम बदलने का कोई मतलब नहीं है। उनका नाम बदलने की मांग शिवसेना का आधिकारिक रुख नहीं है।" रविवार को, महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश को मिलाकर एक देश बनाएगी तो इस कदम का स्वागत करेगी।

विपक्षी पार्टी नेता ने कसा तंज
मलिक ने एएनआई से कहा, 'जिस तरह से देवेंद्र जी ने कहा है कि समय आएगा कराची भारत का हिस्सा होगा। हम कह रहे हैं कि भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश का विलय होना चाहिए। अगर बर्लिन की दीवार को ध्वस्त किया जा सकता है तो भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश एक साथ क्यों नहीं आ सकते हैं।" अगर बीजेपी इन तीन देशों को मिलाना और एक ही देश बनाना चाहती है, तो हम निश्चित रूप से इसका स्वागत करेंगे।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari