-शहर में बने थानों के पास नहीं अपनी बिल्डिंग

-जर्जर थानों में अपराधियों के लिए लॉकर खस्ताहाल

आगरा। मंगलवार को डीजी जेल आनंद कुमार ने जब सिकंदरा थाने का निरीक्षण किया तो उन्हें वहां सारी व्यवस्थाएं लगभग ओके मिलीं। उन्होंने थानों की व्यवस्थाओं को ए ग्रेड भी दिया। लेकिन, शहर में कई ऐसे थाने हैं, जो कि बदहाल हैं। इन थानों के पास अपनी बिल्डिंग तक नहीं है। अपराधियों के लिए बनाए गए लॉकर खराब स्थिति में हैं।

थाना सिकंदरा का किया निरीक्षण

शासनादेश पर डायरेक्टर जर्नल जेल आनंद कुमार को आगरा जिले का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। मंगलवार को उन्होंने शहर के थानों की स्थिति जानने के लिए निरीक्षण किया। पुलिस अधिकारी उन्हें थाना सिकंदरा ले गए। उनके साथ एसएसपी बबलू कु मार, एसपी सिटी प्रशांत वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान डीजी जेल ने सिकंदरा थाना परिसर में बने लॉकर के साथ अन्य रूमों की व्यवस्था देखी। उन्होंने थाना प्रभारी सहित दूसरे स्टाफ की सराहना भी की क्योंकि थाने के रिकॉर्ड रूम्स में दस्तावेजों को व्यवस्थित ढंग से रखा गया था। थाना सिकंदरा को डीजी जेल ने ए ग्रेड दे दिया। लेकिन, असल में पुलिस अधिकारियों ने डीजी जेल को ऐसे थाने का निरीक्षण कराया जो हाल ही में बनाया गया है। थाना प्रभारी कक्ष के साथ दूसरे कमरों का भी बेहतर ढंग से निर्माण किया गया है, इससे हर आने जाने वाले पर यह थाना बेहतर छवि छोड़ता है।

इन थानों पर नहीं अपनी बिल्डिंग

सिकंदरा थाने को तो डीजी जेल से ए ग्रेड मिल गया लेकिन शहर के दूसरे थानों की स्थिति बदहाल है। इन थानों पर अपनी बिल्डिंग तक नहीं है। न्यू आगरा थाना नहर पर बनाया गया है। वाहनों के लिए स्पेस भी नहीं है। अक्सर कबाड़ वाहन थाने के सामने देखे जा सकते हैं। इधर एमजी रोड से कुछ दूरी पर बना नाई की मंडी थाने के पास अपनी बिल्डिंग नहीं है। कई बार बारिश में स्थिति और भी खराब हो जाती है। यही हाल शाहगंज थाने का है, जो जर्जर हालत में हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक सिपाही ने बताया कि कई बार दस्तावेजों को सुरक्षित रखना मुश्किल हो जाता है।

सिकंदरा थाने की स्थिति संतोषजनक है। थाने में दस मर्डर केस दर्ज हैं, सभी का अनावरण किया गया है। अन्य थानों का भी निरीक्षण किया जाएगा।

आनंद कुमार, डीजी जेल (नोडल प्रभारी आगरा )

Posted By: Inextlive