-एसओ से लेकर एसपी तक के फोन न उठाने पर पीडि़त ने डायल किया डीजीपी का सीयूजी नंबर

-डीजीपी ने फोन न उठाने वाले अफसरों के सामने पेश की नजीर

-डीजीपी की फटकार के बाद कब्जा कर रहे आरोपियों को पुलिस ने कस्टडी में लिया

LUCKNOW : जहां एक ओर थानेदार से लेकर एसपी तक भरी दोपहर फोन उठाने से कतराते हैं, वहीं डीजीपी ने मंगलवार तड़के साढ़े तीन बजे सीयूजी नंबर पर आई कॉल न सिर्फ रिसीव की बल्कि, शिकायत के अनुसार जमीन पर दबंगों द्वारा किये जा रहे कब्जे को रुकवाकर नजीर पेश कर दी। उन्होंने जमीन कब्जा करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने कब्जा कर रहे आरोपियों को कस्टडी में ले लिया।

नहीं उठा किसी का फोन

मीरजापुर के जिगना एरिया स्थित दहमर गांव के राजाराम की पांच बिस्वा जमीन विवादित है। उनकी एक विवादित जमीन पर स्टे के बावजूद पिछले कुछ दिनों से आधी रात के बाद दबंग निर्माण करा रहे थे। सुबह काम बंद हो जाता था। मंगलवार तड़के तीन बजे राजाराम ने फिर जेसीबी मशीन से काम होता देखा तो एसओ को फोन लगाया। कॉल रिसीव न होने पर उन्होंने सीओ और फिर एसपी को कॉल किया। लेकिन, इन दोनों अधिकारियों का फोन भी रिसीव नहीं हुआ।

डीजीपी को कर दिया डायल

आखिरकार राजाराम ने डीजीपी ओपी सिंह के सीयूजी नंबर पर कॉल कर दिया। उसे इस नंबर के रिसीव होने का बिलकुल भी यकीन नहीं था। पर, कॉल न सिर्फ रिसीव हुई बल्कि उसे रिसीव करने वाले खुद डीजीपी ओपी सिंह थे। उन्होंने राजाराम की बात को धैर्यपूर्वक सुना। इसके बाद उन्होंने एसपी से लेकर एसओ तक सभी को बारी-बारी से जमकर फटकार लगाई। डीजीपी की फटकार के बाद मीरजापुर पुलिस में हड़कंप मच गया। आनन-फानन पुलिस ने राजाराम की जमीन पर हो रहे अवैध निर्माण को रुकवा दिया गया और कब्जा कर रहे आरोपियों को हिरासत में ले लिया। डीजीपी ओपी सिंह ने मामले में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है।

वर्जन।

फील्ड में तैनात सभी पुलिस अधिकारियों को फोन उठाना ही होगा। उन्हें यह सोचना चाहिये कि फोन करने वाला किसी बड़ी मुसीबत में हो सकता है। अगर फोन न उठाने की शिकायत मिली तो सख्त कार्रवाई होगी।

- ओपी सिंह, डीजीपी

Posted By: Inextlive