- डीजीपी ने मांगी मामले की रिपोर्ट, पुलिस अधिकारियों में मची खलबली

- शूटर प्रशांत को अरेस्ट करने के लिए मेरठ पुलिस को दिया टास्क

मेरठ : कर्नल देवेंद्र विश्नोई की कोठी से हथियारों व वन्य जीवों के अवशेषों के जखीरा मिलने का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में पहुंच गया है। इस मामले में डीजीपी सुलखान सिंह ने मेरठ पुलिस अधिकारियों से सभी मामले की रिपोर्ट मांग ली है।

आया डीजीपी का फोन

सोमवार दोपहर डीजीपी सुलखान सिंह ने कर्नल की कोठी के बारे में जानकारी हासिल की। इसके साथ पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी। उन्होंने मेरठ पुलिस को प्रशांत की गिरफ्तारी का टास्क दिया।

नहीं हुई गिरफ्तारी

दो दिन से पुलिस अधिकारी यह कह कर बच रहे थे कि यह उनके क्षेत्र का मामला नहीं है डीआरआई ने छापा डाला है। डीआरआई के अधिकारी ही उसकी गिरफ्तारी करेंगे। लेकिन अब फोन आते ही पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश देनी शुरू कर दी है।

विदेश जाने की तैयारी

कर्नल की कोठी के आसपास के लोगों का कहना है कि प्रशांत विश्नोई का विदेशों में आना जाना लगा रहता था। उसके कई दोस्त विदेशों में रहते हैं। हो सकता है कि वह पुलिस से बचने के लिए विदेश भागने की तैयारी कर रहा होगा।

कर्नल भी हुआ गायब

पुलिस तीसरे दिन भी नेशनल शूटर प्रशांत विश्नोई को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जबकि कर्नल देवेंद्र विश्नोई भी अपने घर से गायब हो गया है। पुलिस का कहना है कि उसकी शीघ्र ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

एसडीओ ने शुरू की जांच

मुख्य वन संरक्षक मुकेश कुमार का कहना है कि वन्य जीव के अवशेष मिलने के मामले में एसडीओ संजीव कुमार ने जांच शुरू कर दी है। शीघ्र ही कर्नल देवेंद्र व उसके बेटे के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जाएगी।

एक हफ्ते पुराना मांस

मुख्य वन सरंक्षक का कहना है कि छानबीन में निकलकर सामने आया है कि कर्नल की कोठी में बरामद हुआ मांस सिर्फ एक हफ्ते पुराना ही है। यह मांस किस वन्य जीव का है यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा।

पुलिस का पहरा

महिला थाने व आरआई की कोठी के पास बनी कर्नल की कोठी तीसरे दिन भी मीडिया की सुर्खियां बनी रही। कोठी पर पुलिस का पेहरा रहा। आसपास के लोग भी कोठी को देखने के लिए पहुंचे।

क्या था मामला

तीन दिन पहले डीआरआई व फोरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम ने ज्वाइंट रूप से सिविल लाइन स्थित पॉश कालोनी में कर्नल देवेंद्र विश्नोई की कोठी पर छापेमारी की थी। जहां से डीआरआई की टीम को करोड़ की नकदी, काफी संख्या में करोड़ों की लागत के विदेशी हथियारों व कारतूसों का जखीरा,वन्य जीवों के अवशेष बरामद हुए थे। इसके साथ फ्रीजर में काफी मात्रा में वन्य जीवों का सवा कुंतल मांस भी बरामद हुआ था। फोरेस्ट डिपार्टमेंट की टीम ने कर्नल देवेंद्र विश्नोई व उसके बेटे नेशनल शूटर प्रशांत विश्नोई को मुकदमें में नामजद किया था।

लाइसेंसों की जांच शुरू

एसएसपी जे.रविंद्र गौड़ ने नेशनल शूटर प्रशांत विश्नोई के हथियारों के लाइसेंस की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि प्रशांत के पास अब तक कितने हथियारों के लाइसेंस है। सभी का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। इसके बाद उनका लाइसेंस कैंसिल कर दिया जाएगा।

लैब में भेजा जाएगा मांस

मुख्य वन सरंक्षक मुकेश कुमार का कहना है कि कर्नल की कोठी से बरामद हुए मांस को देहरादून स्थित फोरेस्ट डिपार्टमेंट की लैब में भेजा जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर यह पता लगाया जाएगा कि यह किस वन्य जीव का मांस है।

Posted By: Inextlive