एग्‍जाम के बाद यानी क‍ि गर्मी की छुट्टियों में स्‍टूडेंट के थाने जाने वाली लाइन पढ़कर हो सकता आप भी हैरान हो रहे हों। आपके मन में भी कई सवाल उठ रहे होंगे क‍ि आख‍िर थाने क्‍यों जाना पड़ेगा। स्‍टूडेंट एग्‍जाम के बाद ऐसा क्‍या जुर्म कर देंगे। ऐसे में परेशान होने की जरूरत नहीं हैं। स्‍टूडेंट को थाने भेजने के पीछे एक बड़ा मकसद है। यहां पढें डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला के इस न‍िर्णय के बारे में...


7 सप्ताह तक इंटर्नशिप कराई जाएगीहाल ही मध्य प्रदेश के डीजीपी ऋषि कुमार शुक्ला ने एक बड़ा निर्णय लिया है। डीजपी का कहना है कि 2016-17 में एक सर्वे में यह बात सामने आ चुकी है कि महिला उत्पीड़न के अपराध में युवाओं की संख्या ज्यादा है। ऐसे में उन्होंने युवाओं के अपराध की ओर बढ़ते कदमों को रोकने के लिए एक नया प्लान तैयार किया है। इसके लिए स्कूल शिक्षा आयुक्त और उच्च शिक्षा आयुक्त से भी उनकी बात हो रही है। उनका कहना है कि जब युवा जागरूक होंगे तो वे दूसरों को भी जागरूक करेंगे। इसके लिए 10 से 12 वीं और कॉलेज के छात्र-छात्राओं को थानों में 7 सप्ताह तक इंटर्नशिप कराई जाएगी। प्रोजेक्ट करने के लिए प्रमाण पत्र जारी होगा
यह इंटर्नशिप शहरी व ग्रामीण इलाकों के सभी थानों में होगी। पुलिस थानों में इंटर्नशिप के दौरान छात्र-छात्राएं थानों में नियमित जाकर पुलिस की कार्यप्रणाली को अच्छे से देखेंगे व उसे समझेंगे। उन्हें अपराध के बाद होने वाली हर गतिविधि से भी रूबरू कराया जाएगा। इस दौरान स्टूडेंट थाने की कार्यप्रणाली पर प्रोजेक्ट तैयार करेंगे। प्रोजेक्ट फाइनल होने के बाद इस पर थाना प्रभारी हस्ताक्षर होंगे। इसके बाद ये प्रोजेक्ट स्कूल कॉलेज में जमा होंगे। हालांकि यह प्रोजेक्ट वहीं स्टूडेंट करेंगे जिन्हें स्कूल शिक्षा व उच्च शिक्षा द्वारा जारी सर्कुलर के बाद पुलिस कार्यप्रणाली पर प्रोजेक्ट करने के लिए प्रमाण पत्र जारी होगा।Rose Day से हुई शुरुआत, अगर लाइफ में है कोई स्पेशल तो वैलेंटाइन वीक के ये 7 दिन ऐसे करें सेलिब्रेशन

Posted By: Shweta Mishra