धनु संक्रांति सूर्य का धनु राशि में प्रवेश काल 16 दिसम्बर 2019 को दोपहर 3: 26 बजे से...


Dhanu Sankranti 2019: दिनांक 16 दिसंबर 2019,सोमवार से सूर्य की धनु संक्रांति (15 मुहूर्त्ती) एवं सूर्य का मूल नक्षत्र में प्रवेश अर्थात धनु मलमास का आरंभ हो जाएगा जोकि 13 जनवरी 2020 तक रहेगा।इसके बाद खरमास समाप्त हो जाएगा।Dhanu Sankranti 2019: शास्त्रों के अनुसार जब सूर्य देव गुरु देव बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश करते हैं, तो यह एक माह खरमास कहलाता है।इस अवधि में शुभ मांगलिक कार्य एवं व्यापार प्रारंभ संबंधी कार्य नहीं किये जाते हैं।यह व्यवस्था सौर मास पर आधारित होती है।इसी तरह जिस वर्ष अधिक मास या छय मास आता है तो वह अवधि भी मलमास कहलाती है परंतु यह व्यवस्था चंद्र मास पर आधारित है।इस प्रकार के शुभ कार्य न करें
सूर्य के राशि परिवर्तन पर आधारित मास व्यवस्था, सौर व्यवस्था और चंद्रमा की झिरणता(अमावस्या) और वृद्धि (पूर्णिमा) पर आधारित मास व्यवस्था चांद्र मास व्यवस्था कहलाती है। विवाह आदि सोलह संस्कारों में सौर मास की विशेषता होती है।आचार्य बृहस्पति देव के अनुसार सभी प्रकार के शुभ मांगलिक स्थिर कार्य जैसे विवाह, गृह आरम्भ, गृह प्रवेश, व्यापार प्रारंभ, उद्योग प्रारंभ, नए संगठन, संस्था या कंपनी का गठन करने में सौर मास को प्रमुखता देनी चाहिए।सूर्यास्त के समय ये कार्य कतई न करें


इस खरमास में जब बृहस्पति अस्त होते हैं तो बड़ी लम्बी यात्रा, विवाह, सगाई, चूड़ा कर्म, मुंडन व उपनयन संस्कार, ग्रह आरम्भ, ग्रह प्रवेश, देवालय निर्माण, विद्यारम्भ, देव प्रतिष्ठा आदि वर्जित माने गए हैं।लोकाचार में यह मान्यता भी प्रचलन में है कि जब सूर्य देवगुरु बृहस्पति की राशियों में होते हैं, तो अपने गुरु की राशि में होने के कारण सूर्य सामान्य रहते हैं तथा शुभ कार्यों में सहायक नहीं होते हैं।इसलिए इस खरमास में शुभ कार्य नहीं किये जाते हैं। ज्योतिषाचार्य पं राजीव शर्मा।बालाजी ज्योतिष संस्थान,बरेली।Dhanu Sankranti 2019: सूर्य का धनु राशि में प्रवेश, 15 दिसंबर से 13 जनवरी तक सभी शुभ कार्य वर्जित

Posted By: Vandana Sharma