सरकारी बाबूओं की कामचोरी एक बार फिर पकड़ी गई। इस बार मामला मंत्रियों से जुड़ा था जिसमें एक सांसद ने काम कराया अपनी निधी के पैसे से जबकि बाबू ने पैसा दूसरे मंत्री के खाते से काट लिया। पढ़ें क्‍या है पूरा मामला...


सांसद धर्मेंद्र की बजाय मेनका की चेकबुक से काटा चेकसरकारी कार्यालयों में तैनात बाबुओं के नित्य नए कारनामे सामने आते हैं। ऐसा ही एक नया मामला डीआरडीए से प्रकाश में आया जिसने प्रशासनिक अधिकारियों के होश उड़ा दिए। लेखाकार ने बदायूं के सांसद धर्मेंद्र यादव की बजाय केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की 15वीं लोकसभा वाली चेकबुक से नगर पालिका परिषद बदायूं के नाम चेक काट दिया। चेक हस्ताक्षर के लिए पहुंचा तो सीडीओ ने लेखाकार की करतूत पकड़ ली। कैसे हुई इतनी बड़ी भूल
सांसद धर्मेंद्र यादव की निधि से नगर पालिका परिषद बदायूं ने 17,99,200 रुपये के विकास कार्य कराए थे। सांसद निधि से नगर पालिका परिषद के खाते में रुपये भेजने का जिम्मा जिला ग्राम्य विकास अभिकरण में तैनात लेखाकार प्रदीप कुमार रस्तोगी पर था। लेकिन लेखाकार ने सांसद की जगह केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की 15वीं लोकसभा वाले खाते की चेकबुक से पालिका 17,99,200 रुपये का चेक जारी कर दिया। दरअसल, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी 15वीं लोकसभा में बरेली की आंवला सीट से सांसद थीं। आंवला का शेखपुर व दातागांज का क्षेत्र बदायूं जिला प्रशासन के अधिकार क्षेत्र में आता है इसलिए उसके विकास कार्यों का भुगतान भी यहां से होता है। इसलिए लेखाकार के पास मेनका गांधी की 15वीं लोकसभा सदस्य के खाते की चेकबुक थी। लेखाकार चेक लेकर सीडीओ शेषमणि पांडेय के पास पहुंचा तो वह सांसद के बजाय केंद्रीय मंत्री के नाम चेक पर देखते ही चौंक गए। उन्होंने लेखाकार को पटल से हटाते हुए जांच के निर्देश दे दिए। मामला संज्ञान में आने पर दूसरा चेक बनवाया गया है। पटल सहायक को हटा दिया गया है। विभागीय जांच हो रही है, कार्रवाई की जाएगी। - शेषमणि पांडेय, सीडीओ

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari