-हत्यारोपियों की फैमिली ने दिए पुलिस को क्लू

-डीआईजी को सौंपा ज्ञापन, मजिस्ट्रेटी जांच की मांग

ALLAHABAD: धूमनगंज के मरियाडीह डबल मर्डर केस में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस को जानकारी मिली है कि मर्डर के लिए दिन अलकमा को आबिद प्रधान उजहबी खुर्द स्थित ननिहाल से अकेले लेकर आया था। अलकमा अपनी बच्ची को ननिहालवालों के पास छोड़कर आई थी। बकरीद पर ऐसा क्या हुआ कि अलकमा को बच्ची को अकेला छोड़कर जाना पड़ा? यह सवाल हत्यारोपियों की फैमिली पुलिस से पूछ रही है, लेकिन जवाब कोई नहीं दे पा रहा। आबिद प्रधान के खिलाफ जुटाए सुबूत लेकर हत्यारोपियों के फैमिली मेंबर्स सोमवार को डीआईजी भगवान स्वरूप के पास पहुंचे। कहा कि शुक्रवार को हुए डबल मर्डर की मजिस्ट्रेट से जांच करवाई जाए तो हकीकत सामने आ जाएगी। लोगों ने यह भी कहा कि उनको धूमनगंज पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं। डीआईजी ने एसएसपी केएस इमेनुएल को मामले की अलग से जांच कराने का आदेश दिया है।

भागने की कोशिश नहीं की

आरोप है कि मर्डर के बाद से अलकमा का छोटा भाई शेरू भी गायब है। हो सकता है कि शेरू मर्डर के बारे में कुछ जानता हो और उसको पुलिस से दूर रखने के लिए गायब कर दिया गया हो। यह भी कहना है कि सुरजीत को भी शाम छह बजे के आसपास फोन करके बुलवाया गया था। सबकुछ पहले से प्लान था और सुरजीत को जबरन मौत के मुंह में झोंका गया। यह भी कहना है कि अगर गाड़ी पर चारों तरफ से ताबड़तोड़ फायरिंग की जा रही थी तो ड्राइवर ने भागने की कोशिश क्यों नहीं की। चारों पहिए सीधे और सड़क के बीच में थे। अगर ड्राइवर भागने की कोशिश करता तो पहिए जरूर मुड़े हुए मिलते। साफ है कि गाड़ी को खड़ी कराने के बाद गोलियां बरसाई गई।

पुरानी रंजिश निकाली जा रही

इन्तेखाब आलम व तौसीफ आलम की मां आसिया बेगम ने डीआईजी को ज्ञापन सौंपा। कहा कि राजनीतिक रंजिश की वजह से आबिद ने दोनों बेटों का नाम डबल मर्डर में डाल दिया गया जबकि घटना के दिन से दोनों मरियाडीह के आसपास नहीं गए। 15 अगस्त को इन्तेखाब के पिता तौहीद की तरफ से आबिद व उसके गुर्गो के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर का भी जिक्र किया गया। कहा कि उनकी मरियाडीह की जमीन पर आबिद कब्जा करना चाहता है। उसके बेटे चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे, इसलिए उनका नाम एफआईआर में डलवा दिया गया।

पति है जेल में

अलकमा के पति को लेकर अलग-अलग तरह के बयान आ रहे हैं। आबिद की फैमिली का कहना है कि वह मुंबई में है जबकि इन्तेखाब की मां आसिया बेगम का कहना है कि वह किसी मामले में अरेस्ट है। हालांकि इसकी पुष्टि पुलिस नहीं कर रही है। अलकमा के पति से रिश्तों को लेकर भी अलग-अलग तरह के बयान आ रहा है। कहना है कि दोनों लंबे समय से अलग थे। अलग होने का कारण भी खुलकर सामने नहीं आ सका है।

यह हैं नामजद

साबिर

वसी अहमद

मकसूद अहमद

इन्तेखाब आलम

कम्मू

जाबिर

इन सवालों के खोजने होंगे जवाब

-घटना के बाद से अलकमा का भाई शेरू कहां है

-ड्राइवर सुरजीत उर्फ पप्पू के फैमिली वाले सामने क्यों नहीं आए

-अलकमा घटना के दिन कहां थी, उसे कौन साथ लेकर आया था

-अलकमा के ससुराल वालों का इस बारे में बयान

-घटना के बाद से उसकी ढाई महीने की बच्ची कहां है

-ससुराल सैयद सरावां से अलकमा कब ननिहाल उजहबी खुर्द आ गई

- उसको ससुराल छोड़कर ननिहाल में क्यों आना पड़ा

- वह मरियाडीह अपने मायके कब से नहीं आई थी

- मर्डर के दिन उसका पति महबूब कहां था

- अलकमा व सुरजीत के सेलफोन किसने और क्यों गायब किए

- चलती गाड़ी पर फायरिंग हुई तो वह डिसबैलेंस क्यों नहीं हुई

- ड्राइवर ने भागने के लिए डोर खोलकर भागने की कोशिश की थी, इसका मतलब कि गाड़ी खड़ी थी

Posted By: Inextlive