भारतीय क्रिकेट टीम में कई ऐसे खिलाड़ी आए जिन्‍होंने न सिर्फ गेंद से बल्‍िक बल्‍लेबाजी से भी अपने जौहर दिखाए। ऐसे ही एक तेज गेंदबाज रहे अजीत अगरकर आज उनका 40वां बर्थडे है। आइए जानें उनके द्वारा बनाए एक ऐसे रिकॉर्ड के बारे में जिसे न धोनी तोड़ पाए न कोहली...


साल 2000 की बात हैयह बात उन दिनों की है, जब जिंबाब्वे टीम का विश्व क्रिकेट में काफी रुतबा हुआ करता था। उस वक्त टीम में एंडी फ्लॉवर और ग्रैंट फ्लॉवर भाईयों की जोड़ी किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को तहस-नहस कर देती थी। वहीं गेंदबाजी की बात करें तो टीम में हीथ स्ट्रीक, हेनरी ओलंगा और केपेबल जैसे धुरंधर गेंदबाज हुआ करते थे। दिसंबर 2000 में यही जिंबाब्वे की टीम भारत दौरे पर आई। पांच मैचों की वनडे सीरीज का आखिरी मैच रजकोट में खेला गया। 17 सालों से कोई नहीं तोड़ पाया


अगरकर का यह रिकॉर्ड आज भी बरकरार है, पिछले 17 सालों में इस रिकॉर्ड को कोई नहीं तोड़ पाया। भारत की तरफ से सबसे तेज वनडे फिफ्टी की बात आती है तो सबसे ऊपर अजीत अगरकर का नाम आता है। आपको बता दें कि अगरकर और सचिन के गुरु एक ही रहे हैं, रमाकांत आचरेकर। अजीत ने जूनियर लेवल पर क्रिकेट की शुरुआत बतौर बल्लेबाज शुरु कर थी। स्कूल क्रिकेट में तो वह तिहरा शतक तक जड़ चुके थे। नेशनल क्रिकेट टीम में आते-आते वह एक तेज गेंदबाज बन गए और विश्व क्रिकेट में बतौर गेंदबाज खूब नाम कमाया।

क्रिकेटरों की अजब-गजब हरकत के 3 मामले : कोई मैदान पर मॉस्क लगाकर आया, तो कोई मुंह पर टेपसबसे तेज 50 विकेट लेने वाले गेंदबाजअजीत अगरकर के नाम वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज था। हालांकि उनके इस रिकॉर्ड को 2008 में श्रीलंका के अजंता मेंडिस ने तोड़ दिया। अगरकर ने 23 मैचों में 50 विकेट झटके थे जबकि मेंडिस ने यह कारनमा 19 मैचों में ही कर दिया था।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari