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JAMSHEDPUR: लौहनगरी के सबसे बड़े गवर्नमेंट हॉस्पिटल महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल (एमजीएम) के मरीजों को अब गुणवत्तायुक्त और अच्छा खाना मिलेगा। एमजीएम प्रशासन ने सरकार के पास नये साल में मरीजों की डाइट पर होने वाले खर्च को 50 रुपए से बढ़ाकर 150 रुपए करने का प्रस्ताव भेजा है। इससे नए साल में मरीजों को अच्छा खाना मिलेगा।

50 रुपए है प्रति डाइट

एमजीएम हॉस्पिटल में मरीजों के दो टाइम के खाने और नास्ते के लिए सरकार सिर्फ 50 रुपये देती है। इससे मरीजों को अच्छा और गुणवत्ता युक्त खाना नहीं मिल पाता है। वहीं अस्पताल प्रशासन के लिए भी मरीजों को इतने कम बजट पर खाना देना भी टेढ़ी खीर बना हुआ है।

मरीजों को मिलता है खाना

नास्ते में मरीजों को एक अंडा, केला, ब्रेड, 250 एमएल दूध दिया जाता है। दोपहर और रात के खाने में दोनों टाइम दाल, मौसमी सब्जी, ढाई सौ ग्राम चावल और डेढ़ सौ ग्राम आटे की रोटियां दी जाती हैं। मरीजों को सप्ताह में सोमवार को चिकेन दिया जाता है।

रिम्स को प्रति पेशेंट 150 रुपए

एमजीएम में पेशेंट्स को जहां प्रति डाइट सरकार 50 रुपये दे रही है। वहीं रांची स्थित रिम्स में एक मरीज की डाइट पर 150 रुपए सरकार दे रही है। पांच सौ बेड क्षमता वाले एमजीएम हॉस्पिटल में हमेशा बेड भरे रहते हैं। अस्पताल में मरीजों की संख्या ज्यादा होने के बाद अभी तक 50 रुपये ही दिये जा रहे है।

मरीजों को पच्चास रुपये में नास्ता और दो समय का खाना देना चुनौती है। प्रति डाइट 150 होने पर मरीजों को अच्छा और गुणवत्तायुक्त भोजन मिल पाएगा।

-डॉ वी भूषण, सीएमएस, एमजीएम हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive