-सड़कों पर पहले से काफी कम दिखी युवाओं की टोली

-वॉट्सअप और फेसबुक पर देर रात तक चला मैसेज भेजने का सिलसिला

GORAKHPUR: डिजिटलाइजेशन और कड़ी प्रतिस्पर्धा ने जीवनशैली में बदलाव के साथ-साथ त्योहारों के स्वरूप को भी काफी हद तक बदल दिया है। अभी कुछ साल पहले तक जो युवा सिटी की गलियों और सड़कों पर होली की हुड़दंग करते दिखते थे, इस साल वे फेसबुक और वॉट्सअप पर होली मनाते दिखे। एक तरफ सिटी की सड़कों और गलियों में सन्नाटा दिखा तो दूसरी तरफ फेसबुक पर होली रंगों के नहाए हुए युवा। फेसबुक पर बधाइयां देने के साथ-साथ लोग एक दूसरे पर कमेंट करते और कबीरा गाते भी दिखे। होली का त्योहार समाप्त होने के बाद शुक्रवार को भी लोगों का बधाइयां देने का सिलसिला जारी था। फेसबुक व वॉट्सअप के कारण लोगों के होली के दिन मिलने-जुलने के रिवाजों पर भी असर पड़ता दिखा। पहले की अपेक्षा कम संख्या में लोग एक दूसरे के घर जाकर होली मिले।

नेटवर्क की नो प्रॉब्लम

पिछले साल तक लोग जब अपने मोबाइल से एसएमएस करते थे तो नेटवर्क में कम्जंपशन और कंपनियों द्वारा रेट अधिक कर देने के कारण लोग अपनों को समय से मैसेज नहीं कर पाते थे। लेकिन वॉट्सअप से लोगों ने जमकर होली मिलन किया। होली करीब 10 दिन पहले से शुरू हुआ सिलसिला त्योहार बीतने के बाद भी जारी रहा। लोग रंगों सहित होली से संबंधित विभिन्न तस्वीरों के साथ-साथ ऑडियो और वीडियो अपने करीबियों को भेजते नजर आए।

Posted By: Inextlive