प्रद्युम्‍न मर्डर केस की जांच सीबीआई के पास पहुंचते ही एक नया मोड़ आ गया है। टीम ने स्‍कूल के ही एक अन्‍य छात्र को हिरासत में लेकर उससे पूछतांछ की है। कई सारी कोशिशों के बाद भी सीबीआई असली कातिल तक पहुंचने में नाकाम है। सीबीआई ने हरियाण पुलिस की थ्‍योरी को सिरे से नकारते हुए एक छात्र को इस मामले का दोषी पाया है।


सीबीआई का कातिल छात्र, हरियाणा पुलिस बता रही थी कंडक्टर को कातिलसीबाआई ने अपनी जांच में स्कूल के ही एक छात्र को प्रद्युम्न की हत्या का जिम्मेवार माना है। कक्षा 11 में पढ़ने वाले इस छात्र की उम्र 16 साल की है। सीबीआई ने बताया कि छात्र ने बताया है कि स्कूल में होने वाली पैरेंट्स मीटिंग और परीक्षा से बचने के लिये उसने प्रद्युम्न की हत्या की थी। हत्या के लिए चाकू उसने एक दिन पहले लिया था। सीबीआई ने पूरे मामले की जांच सीसीटीवी फुटेज से की है। जांच के लिए सीबीआई ने क्राइम सीन को फिर से तैयार किया था। इतना ही नहीं वहां साइंटफिक सबूत भी मिले हैं।
सीबीआई ने सीसीटीवी फुटेज को जांच का आधार बताकर अपनी पड़ताल की है जबकि हरियाणा पुलिस की पूरी जांच शुरुआत से ही संदिग्ध थी। वारदात के बाद सबसे पहले बस कंडक्टर अशोक कुमार को ही गुरुग्राम पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उस वक्त आरोपी ने हत्या की बात कबूल की थी। बाद में वह अपने बयान से पलट गया था। उसने कहा था कि दबाव में आकर उसने हत्या की बात स्वीकार की थी। इसके बाद भारी दबाव के बीच इस मामले की जांच सीबीआई को दी गई थी। सीबीआई ने इस मामले में बस कंडक्टर के साथ ही स्कूल के माली हरपाल, कई टीचर, नॉन टीचिंग स्टाफ और मैनेजमेंट जुड़े लोगों से पूछताछ की थी। गुरुग्राम रेयान इंटरनेशनल स्कूल का है मामलापुलिस जब प्रद्युम्न मर्डर केस की तह तक नहीं पहुंच पाई तो इसकी जांच सीबीआई को सौंपी गई। मामला गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल का है जहां एक 7 साल के बच्चे की स्कूल के बाथरूम में गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। अब इस मामले में एक नया मोड़ आया है। सीबीआई ने स्कूल के ही एक अन्य छात्र को हिरासत में लेकर पूछतांछ शुरु की है। कक्षा 11 के इस छात्र के पिता का कहना है कि उससे पहले भी कई बार पूछतांछ की जा चुक है। उनका बेटा निर्दोश है।सख्त कानून की आवश्यकता


बच्चों की सुरक्षा स्कूल में बहुत महत्वपूर्ण है। अपने जीवन का सबसे जरूरी हिस्सा जब वो सीखने की प्रकिया में होते हैं बच्चे स्कूल में गुजारते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर सख्त कानून आना बेहद जरूरी है। घर के बाद के स्कूल को बच्चों के लिए सुरक्षित जगह मानी जाती है। स्कूल में बच्चों के साथ होने वाली किसी भी घटना के लिए सिर्फ स्कूल प्रशासन ही जिम्मेदार।

Posted By: Prabha Punj Mishra