- छोले-कुल्चे से लेकर शिविरों में मिल रही टिक्की-पकौड़ी

- शिविरों में पूड़ी कचौड़ी से लेकर परोसी जा रही रोटी सब्जी

- मीठे का भी पूरा इंतजाम, खीर और मिल रहा गर्मा-गर्म हलवा

Meerut : मेरठ और मेरठियों की पहचान खानपान से भी की जाती है। मेरठ की चाट से लेकर हर तरह के खाने-पीने की चीजें काफी मशहूर हैं। ऐसे में कांवड़ मेले में ये चीजें कैसे अछूती रह सकती हैं। कांवड़ शिविरों की बात करें तो खाने पीने की हर तरह की वैरायटी मौजूद हैं। चाट से लेकर फ्रूट और कचौड़ी, पूरी सब्जी और रोटी भी पूरी तरह से उपलब्ध है। कहने का मतलब साफ है कि कांवडि़यों के स्वाद के लिए हर तरह का आइटम मौजूद हैं।

स्वादिष्ट टिक्की-पकौड़ी

कांवड़ शिविरों में कांवडि़यों के स्वाद का पूरा इंतजाम किया गया है। स्वाद का ऐसा कोई आइटम अछूता नहीं था जो न मौजूद हो। कांवड़ शिविरों में कांवडि़यों के टिक्की के अलावा और भी कई आइटम रखी हुई थी। जहां कुछ कांवड़ शिविर में छोले कुल्चे परोसे जा रहे थे। तो कहीं तरह-तरह की पकौडि़यों का इंतजाम था। जिन्हें कांवडि़ये बड़े ही चाव से खा रहे थे।

पूड़ी-कचौड़ी से रोटी तक

वहीं कई कांवड़ शिविरों में कांवडि़यों को पूड़ी-कचौड़ी छोलों और आलू की सब्जी के साथ परोसी जा रही है। वहीं कई शिविरों में सीताफल भी बनाया जा रहा है।

खीर और हलवे भी

कांवड़ शिविर में सिर्फ नमकीन का ही इंतजाम नहीं है। बल्कि मीठे का भी पूरे इंतजाम हैं। जहां कई कांवड़ शिविर में खीर बनाई जा रही है। तो कई शिविर में बेसन के हलवे से लेकर सूजी, मूंग की दाल का हलवा भी कांवडि़यों को परोसा जा रहा है। पेय पदार्थो में कोल्ड ड्रिंक के अलावा शरबत, शिकंजी, जलजीरा, चाय, लस्सी आदि कई पेय पदार्थ भी मौजूद हैं।

उनके यहां पर रोज अलग-अलग मेन्यु होता है। रोज अलग-अलग सब्जियां बनाई जाती है। वहीं कुछ शिविरों में कांवडि़यों के लिए तवा रोटी का इंतजाम है।

-प्रदीप कुमार राजा, रुड़की रोड

कई कांवडि़ये सिर्फ रोटी ही खाते हैं ऐसे में उनके लिए रोटी का इंतजाम है। वहीं कड़ी-चावल, पुलाव आदि का भी पूरा इंतजाम है।

-सुधीर रस्तोगी, कांवड़ शिविर आयोजक

फोटो 31, 58

31. कांवड़ शिविरों में खूब तली जा रही पूड़ी-कचौड़ी।

58. कांवड़ शिविर में चल रहा छोले-कुलचे का लंगर।

Posted By: Inextlive