-सोशल मीडिया पर वायरल हुई इनवाइस देख डीजीपी मुख्यालय के अधिकारी भी दंग

-महज 1 साल 7 महीना पुरानी पीआरवी की मेंटीनेंस पर किया अनाप-शनाप खर्च

-एडीजी आईटेक्स ने दिये जांच के आदेश

LUCKNOW:

अगर आपसे कहा जाए कि बाइक की डिग्गी में लगने वाला कब्जा कितने का आता है, तो आपका जवाब 10 रुपये से ज्यादा नहीं होगा। पर, इस कब्जे के लिये यूपी पुलिस पेमेंट कर रही है 1655 रुपये। जी हां, यह हैरतअंगेज कारनामा कर दिखाया है मडि़यांव थाने में तैनात पीआरवी बाइक 4572 पर तैनात पुलिसकर्मियों ने। इसका इनवाइस सोशल मीडिया पर वायरल होने पर डीजीपी मुख्यालय में तैनात अधिकारी भी हैरान हैं। सरकारी धन की कथित लूट पर एडीजी आईटेक्स असीम अरुण ने जांच के आदेश दिये हैं।

गवर्नमेंट अप्रूव्ड वर्कशॉप में खेल

यूपी 112 की हर जिले में पीआरवी वैन और बाइक तैनात हैं। इस पर तैनात पुलिसकर्मी सीधे पुलिस कंट्रोल रूम 112 में दर्ज होने वाली शिकायतों पर रिस्पॉन्स करते हैं। मडि़यांव थाने में तैनात इसी तरह की एक पीआरवी बाइक की मेंटीनेंस इनवाइस ने शुक्रवार को लखनऊ पुलिस से लेकर डीजीपी मुख्यालय तक हलचल मचा दी। दरअसल, 1 साल 7 महीना पुरानी इस पलसर बाइक की मेंटीनेंस में जमकर अनाप-शनाप खर्च किया गया। सोशल मीडिया पर वायरल इस इनवाइस के मुताबिक, बाइक का मेंटीनेंस निशातगंज के पेपर मिल कॉलोनी स्थित निशातगंज मोटर वर्कशॉप में 31 अक्टूबर को कराया गया। इनवाइस में वर्कशॉप को गवर्नमेंट अप्रूव्ड बी क्लास लिखा गया है।

इनवाइस देख रह गया हर कोई हैरान

महज डेढ़ साल पुरानी इस बाइक में ब्रेक, क्लच, डिस्क प्लेट, एक्सलरेटर, चेन स्पॉकेट, चेन लॉक आदि का काम कराया गया। इसमें जो पुर्जे लगाए गए उनकी कीमत मार्केट रेट से बेहद ज्यादा बताई जाती है। इतना ही नहीं, इनवाइस के एक आइटम के रेट ने तो सबको हैरान कर दिया। इनवाइस के सीरियल नंबर 19 में डिग्गी कब्जा अंकित है। इसका रेट 1650 रुपये दर्शाया गया है। बता दें जिस डिग्गी कब्जे का रेट 1650 रुपये दर्शाया गया वह खुले बाजार में महज 10 रुपये में उपलब्ध है।

मामला गंभीर, जांच के आदेश

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस इनवाइस को देख दंग एडीजी आईटेक्स असीम अरुण ने बताया कि यह मामला बेहद आपत्तिजनक है। अगर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इनवाइस सही है और एक छोटे से कब्जे के लिये इतनी मोटी रकम वसूली गई है, तो घपले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिये गए हैं। इतना ही नहीं, पूरे प्रदेश में पीआरवी वैन और बाइक की मेंटीनेंस पर किये जा रहे खर्च को भी जांचा जाएगा।

Posted By: Inextlive