- निजी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई पर रखी जा रही है हाईटेक नजर

- ऑनलाइन, गूगल क्लास रूम और जूम एप पर लग रही बच्चों की क्लास

LUCKNOW@inext

LUCKNOW कोरोना वायरस के चलते स्कूल और कॉलेज बंद चल रहे हैं। इसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए स्कूल प्रशासन ने कमर कस ली है। जिन बच्चों के एग्जाम नहीं हो पाए थे उनके ऑनलाइन पेपर लिए गए। साथ ही वाट्सअप और वीडियो के जरिए टीचर बच्चों की क्लास ले रहे हैं। इतना ही नहीं पैरेंट्स को फोन करके फॉलोअप भी कर रहे हैं।

जूम क्लॉउड से हो रही पढ़ाई

स्कूल प्रशासन की ओर सभी बच्चों के पैरेंट्स को जागरूकता का संदेश पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा स्कूल को ऑनलाइन मोड में कंवर्ट किया जा रहा है। जूम क्लॉउड एप का इस्तमाल करके स्कूल की वेबसाइट पर असाइनमेंट व अन्य जनरल स्टडी के मटीरियल को ई कंटेन्ट में कन्वर्ट करके स्कूल की वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। साथ ही सभी शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपनी-अपनी क्लास के बच्चों को पढ़ाने के लिए वाट्सएप गु्रप बना लें। वहीं जरूरत पड़ने पर मैं अपने सभी पांचों स्कूलों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर दूंगा। हर सम्भव सहायता करने के लिए स्कूल प्रशासन खड़ा रहेगा।

अनिल अग्रवाल, प्रबंध निदेशक, सेंट जोजफ स्कूल

घर बैठे करवाई जाएगी एक्टीविटी

समय को देखते हुए कक्षा 12 और 10 के नए सत्र के बच्चों के लिए जूम से ऑनलाइन क्लासेस शुरू हो गई हैं। इसके अलावा बुधवार को अन्य कक्षाओं के बच्चों का रिजल्ट आते ही उनके लिए भी घर बैठे पढ़ने की योजना बनाई जाएगी। साथ ही घर बैठे अपने स्कूल के बच्चों के लिए अन्य एक्टीविटीज पर भी कार्य योजना बना रहे हैं। वीडियो के माध्यम से ऑनलाइन लर्निंग प्रोग्राम व गेम्स पर भी काम करना शुरू हो गया है।

सर्वेश गोयल, प्रबंधक जीडी गोयनका

दिए जाएंगे स्टडी लिंक

स्कूल में नया सत्र 23 मार्च से शुरू होना था, लेकिन कोरोना वायरस के चलते स्कूल बंद है। इसको देखते हुए स्कूल प्रशासन बच्चों के लिए घर बैठे पढ़ने के लिए मटीरियल तैयार कर रहा है, जिसको एक लिंक के माध्यम से बच्चे पढ़ सकेंगे। इसके लिए पैरेंट्स को स्कूल में दर्ज अपना मोबाइल नंबर डालना होगा और पढ़ाई करने वाला लैसन खुल जाएगा।

जावेद आलम खान, प्रबन्धक, लखनऊ पब्लिक कॉलिजिएट

घर बैठे करवाया जाएगा असाइनमेंट

ब्राइटलैंड स्कूल एंड कॉलेज में बच्चों को पढ़ाई से टच बनाए रखने की पहल की गई है। कोरोना वायरस को लेकर हुए लॉकडाउन में बच्चों को एक दिन असाइनमेंट दिया जाएगा और अगले दिन ऑनलाइन उसका परिणाम व सही उत्तर से रूबरू भी किया जाएगा। घर बैठे बच्चों को अपने सब्जेक्ट से जुड़े रहने की यह मुहिम बच्चों को व्यस्त रखने में ऑनलाइन असाइनमेंट काम आएगा। बच्चों और पैरेंट्स को स्कूल के एप पर ऑनलाइन असाइनमेंट एवं वर्कशीट रोजाना भेजी जाएंगी। इसमें रोजाना दो विषयों को कवर किया जाएगा। इससे बच्चों को घर पर अपना कुछ समय पढ़ाई में बिताने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि अगर काफी लंबे समय तक अगर बच्चे नहीं पड़ेंगे तो वह अपने सब्जेक्ट से दूर हो जाएंगे।

रचित मानस, सह निदेशक, ब्राइटलैंड स्कूल एंड कॉलेज

ई लर्निंग से पढ़ाई शुरू

हमने ई.लर्निंग का रास्ता अपनाया है, जिसके माध्यम से छात्र अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। इसके लिए गूगल क्लासरूम प्लेटफार्म का उपयोग कर रहे हैं, जहां टीचर स्टूडेंट्स के कोर्स से संबंधित शैक्षिक सामग्री एवं असाइनमेन्ट पोस्ट कर रहे हैं। इसके माध्यम से छात्र अपनी शैक्षिक जिज्ञासाओं का समाधान कर सकते हैं और अपनी पढ़ाई को जारी रख सकते हैं। गूगल क्लासरूम छात्रों व शिक्षकों के लिए बेहद आसान है। इसके माध्यम से डेस्कटॉप, लैपटॉप, टैबलेट से पढ़ाई की जा सकती है। इसके लिए प्रत्येक छात्र एवं शिक्षक को ईमेल आईडी दी गई है। इसके द्वारा गूगल क्लास रूम पर लॉगिन किया जा सकता है। छात्रों व शिक्षकों की सुविधा के लिए गूगल क्लासरूम प्लेटफार्म पर ट्यूटोरियल वीडियो भी उपलब्ध है।

ऋषि खन्ना, प्रवक्ता, सीएमएस

वाट्सअप पर अपलोड हो रहे लेसन

बच्चों के लिए घर बैठे ई लर्निंग की व्यवस्था की है। कोरोना वायरस को देखते हुए स्कूल बंद हुए जिसके बाद जिन बच्चों के एग्जाम रह गए थे उनके ऑनलाइन एग्जाम लिए गए। इसके अलावा टीचर्स ने अपने अपने लेसन की वीडियो हर रोज बनाकर पैरेंट्स के वाट्सअप पर भेज रहे हैं। इसकी सहायता से बच्चे घर बैठे पढ़ रहे हैं। साथ ही समय समय पर टीचर का पैरेंट्स के पास फोन भी आ रहा है, जिससे वो बच्चों की पढ़ाई के बारे में जानकारी ले रहे हैं। इसके अलावा उन्हें असाइनमेंट भी ऑनलाइन दिए जा रहे हैं, जिसमें कोई भी दिक्कत होने पर बच्चे टीचर से ऑनलाइन या कॉल के माध्यम से सवाल पूछ रहे हैं। बच्चों के लिए स्कूल प्रशासन ने एक सॉफ्टवेयर पर टेस्ट लेना शुरू कर दिया है जिसका रिजल्ट भी ऑनलाइन ही पैरेंट्स को सॉफ्टवेयर के माध्यम से 10 सेकंड में प्राप्त हो रहा है।

सुनीता गांधी, प्रबंधक, सीआईएस

Posted By: Inextlive