याकूब की फांसी पर सवाल उठाते दिग्विजय और थरूर के ट्वीट
दिग्विजय ने कसा तंज
1993 मुंबई बम धमाके के दोषी याकूब मेमन की फांसी पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अपने व्यं ग से सरकार और न्यापालिका को कटघरे में खड़ा कर दिया है। दिग्विजय ने ट्विट कर के कहा है कि याकूब को फांसी दे कर सरकार और न्यावयपालिका की ओर से आतंकवाद अपराधी को सजा देने में जो तेजी और प्रतिबद्धता दिखायी गयी है उम्मीद है कि दहशतगर्दी के बाकी मामलों में भी ऐसा ही होगा। फैसले जाति और धर्म से उपर उठकर किये जायेंगे। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि लेकिन उन्हें इसमें संदेह है कि ऐसा किया जायेगा।
Yakub Memon hanged. Exemplary urgency and commitment has been shown by Govt and Judiciary in punishing an accused of Terror .
— digvijaya singh (@digvijaya_28)
कलाम और याकूब दोनों को मुसलमान होने पर साथ लाए दिग्विजय
दिग्विजय ने अपने एक दूसरे ट्विट में का कि ये भी अजीब संयोग है, दो भारतीय मुसलमानों का अंतिम संस्कायर एक ही दिन किया जा रहा है। उनमें से एक डॉक्टर कलाम हैं, जिनपर पूरे देश को नाज है और दूसरा याकूब मेमन है जिसने आतंक फैलाने वाले लोगों का साथ दिया और सबको शर्मसार किया है।
शशि थरूर की नाखुशी
वहीं एक अन्य कांग्रेसी नेता और सांसद शशि थरुर ने ट्वीट कर अपनी नाखुशी का इजहार किया है। याकूब की फांसी पर थरुर का कहना है कि हत्या के बदले हत्या से कभी आतंकवाद नहीं रोका जा सकता। उन्होंने याकूब को फांसी दिए जाने पर खेद जताते हुए ट्वीट किया कि सरकार ने एक इंसान को फांसी पर चढ़ा दिया है और वे इससे बेहद दुखी हैं। उन्होंने इस फांसी को प्रायोजित बताते हुए ये भी कहा कि सरकार की प्रायोजित हत्याएं हमें नीचा दिखाती हैं और इन्होंने हमें हत्यारे के स्तर पर ला कर खड़ा कर दिया है।
वहीं भाजपा और दूसरे लोगों ने इन टवीट्स की निंदा शुरू कर दी है और एक बड़ा विवाद शुरू हो चुका है। बहरहाल अब ये मामला कहां खत्म होगा और कांग्रेस की संसद में सरकार को घेरेन की मुहीम पर इसका क्या असर होगा ये तो वक्त ही बताएगा। Hindi News from India News Desk