कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में एक नया मोड़ आ गया। कल तक चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके दिग्विजय सिंह ने अब अपने कदम पीछे कर लिए हैं। उन्होंने खुद चुनाव न लड़ते हुए खड़गे को समर्थन देने का एलान किया है।

नई दिल्ली (एएनआई)। कांग्रेस अध्यक्ष चुनावों की कहानी में एक और मोड़ आ गया। दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को कहा कि वह शीर्ष पद की दौड़ से बाहर हो रहे हैं और मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए अपने समर्थन की घोषणा की। कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का आज आखिरी दिन है। दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को कहा था कि वह आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे। हालांकि, खड़गे द्वारा पार्टी के आंतरिक चुनाव लड़ने पर विचार करने की खबरों के बाद, उन्होंने चुनाव से बाहर होने का फैसला किया।

खड़गे से मुलाकात के बाद बदला फैसला
दिग्विजय सिंह ने आज सुबह खड़गे के आवास पर उनसे मुलाकात के बाद यह घोषणा की। सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि वह खड़गे जैसे वरिष्ठ नेता के खिलाफ चुनाव लड़ने के बारे में नहीं सोच सकते। उन्होंने कहा, "खड़गे मेरे नेता और मेरे वरिष्ठ हैं। मैं कल उनके आवास पर गया और पूछा कि क्या वह चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका चुनाव लड़ने का इरादा नहीं है। मुझे मीडिया के माध्यम से पता चला। कि वह एक उम्मीदवार हैं। मैं आज सुबह उनसे मिलने गया था। मैंने कहा कि अगर वह नामांकन दाखिल कर रहे हैं, तो मैं उनके साथ हूं। वह पार्टी के एक वरिष्ठ और सम्मानित नेता हैं और मैं उनके खिलाफ चुनाव लड़ने के बारे में नहीं सोच सकता।"

खड़गे को देंगे पूरा समर्थन
दिग्विजय सिंह ने कहा, "अगर खड़गे ने मुझे पहले बताया होता, तो वह फॉर्म लेने नहीं जाते। अब वह अपना नामांकन दाखिल करना चाहते हैं, मैं उनका प्रस्तावक बनूंगा।" उन्होंने कहा कि वह नेहरू-गांधी परिवार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से समझौता नहीं करेंगे। सिंह ने कहा, "मैंने हमेशा कांग्रेस के लिए जीवन भर काम किया है और करता रहूंगा। मैं तीन चीजों पर समझौता नहीं करता। पहला, दलित, आदिवासी और गरीब। दूसरा, मैं सांप्रदायिक शांति को बाधित करने में शामिल लोगों के साथ समझौता नहीं करता। तीसरा, मैं नेहरू-गांधी परिवार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से समझौता नहीं करूंगा, न ही मैंने कभी ऐसा किया है।"

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari