- आईआईटी बीएचयू में आठवां दीक्षांत समारोह संपन्न

आयोजन के चीफ गेस्ट रहे मानव संसाधन विकास मंत्री

- संस्थान के विभोर बंसल को 11 व एलेश्वरपु श्रावणि को मिले छह मेडल

दिन के 11 बजे रहे थे। पूरा हॉल टीचर्स, स्टूडेंट्स से भरा था। सामने डायस पर एचआरडी मिनिस्टर के साथ देश के जाने-माने विद्वान विराजमान थे। एक अलग दीर्घा में मेधावी बैठे थे। जिनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। उनका चेहरा तब और भी खिल गया जब मंच पर उनके गले में सोने का मेडल पहनाया गया। बच्चों की मेहनत का फल मिला तो उनके घर वाले भी फूले नहीं समा रहे थे। मौका था आईआईटी बीएचयू के आठवें दीक्षांत समारोह का। शुक्रवार को स्वतंत्रता भवन में हुए इस आयोजन की चीफ गेस्ट मानव संसाधन एवं विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' थे। उनके साथ संस्थान के निदेशक और संचालक मंडल के अध्यक्ष प्रो। प्रमोद कुमार जैन ने मेधावियों को उपाधि, पदक और पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग के स्टूडेंट विभोर बंसल ने सबसे ज्यादा 10 गोल्ड मेडल, एक रजत और तीन पुरस्कार पाकर अपनी मेधा का परचम लहराया। वहीं केमिकल इंजीनियरिंग की स्टूडेंट्स एलेश्वरपु श्रावणि को छह गोल्ड मेडल मिला।

सम्मान पाकर हुए गदगद

इसके अलावा संगणक विज्ञान एवं अभियांत्रिकी विभाग की आयुषी जैन व यांत्रिक अभियांत्रिक विभाग के मलय सागर को चार गोल्ड और एक पुरस्कार, विद्युत अभियांत्रिकी विभाग के अक्षांश चंद्रवंशी को चार गोल्ड और दो पुरस्कार मिला। सिविल विभाग के सक्षम जैन व यांत्रिक अभियांत्रिक विभाग के सागर श्रीवास्तव और गुलशन वर्मा को दो-दो गोल्ड मेडल मिले। सम्मान पाकर मेधावियों ने सेल्फी ली तो एक दूसरे को बधाई भी दी।

श्रुति को प्रेसीडेंट़्स मेडल

संस्थान में प्रेसीडेंट्स स्वर्ण पदक देने की परंपरा वर्ष 2018 में शुरू की गई थी। इस वर्ष बीटेक, कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग की छात्रा श्रुति राजलक्ष्मी यह पदक को पाने वाली संस्थान की पहली छात्रा बनीं। समारोह में संस्थान के विभिन्न पाठ्यक्त्रमों के कुल 1282 मेधावी छात्रों को उपाधि प्रदान की गई। इसमें 754 बीटेक, 197 आईडीडी/आईएमडी,252 एमटेक/एमफार्मा और 79 शोध छात्र शामिल रहे। दीक्षांत समारोह में विविध पाठ्यक्त्रमों में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले कुल 54 ग्रेजुएट को विभिन्न श्रेणियों में 81 पदक 17 पुरस्कार प्रदान किये गए।

टेक्नोलॉजी के लिए इनोवेशन जरुरी

पुरस्कार वितरण का संचालन संस्थान के रजिस्ट्रार डॉ। एसपी माथुर और अनुंसधान एवं विकास के अधिष्ठाता प्रो। राजीव प्रकाश ने किया। इससे पहले समारोह का शुभारंभ मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और कुलगीत के साथ हुआ। दीक्षांत समारोह के आरंभ की घोषणा संस्थान के निदेशक प्रो। प्रमोद कुमार जैन ने की। इस मौके पर डॉ। रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा कि टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ने के लिए इनोवेशन बहुत जरूरी है। 21वीं सदी में तकनीकी के साथ-साथ इनोवेशन को लेकर चलने से ही देश प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा।

किया शिलान्यास

समारोह संपन्न होने के बाद केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने जिमखाना मैदान में संस्थान की तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं 'धनराजगिरि छात्रावास-द्वितीय', इनडोर खेल सुविधाओं के लिए 'छात्र एक्टीविटी सेंटर' और संकाय सदस्यों और अधिकारियों को आवासीय सुविधा देने के लिए 'फैकल्टी अपार्टमेंट' का शिलान्यास किया।

Posted By: Inextlive