बाॅलीवुड के दिग्गज कलाकार दिलीप कुमार का आज 98 साल की उम्र में निधन हो गया। पांच दशक लंबे फिल्मी करियर में दिलीप साब ने कई सुपरहिट फिल्में दी। जिनमें उनके डाॅयलाग काफी फेमस हैं। फिर चाहे वह देवदास फिल्म का हो या नया दौर का। दिलीप ने अपने अंदाज में ये डायॅलाग बोलकर इन्हें हमेशा के लिए अमर बना दिया।

कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। दिलीप कुमार एक बेहतरीन एक्टर तो थे, साथ ही उनका डाॅयलाग बोलने का जो अंदाज था। वह काबिलेतारीफ था, मुगले आजम से लेकर नया दौर और देवदास तक, हर फिल्म में वह जिस अंदाज में डाॅयलाग डिलीवरी करते थे, वो लाइनें आज अमर हो गई। आइए देखें दिलीप साब के 10 बेस्ट डायॅलाग कौन-कौन से हैं।

1. कौन कमबख्त है जो बर्दाश्त करने के लिए पीता है, मैं तो पीता हूं कि बस सांस ले सकूं - देवदास

3. जो लोग सच्चाई की तरफदारी की कसम खाते हैं। जिन्दगी उनके बड़े कठिन इम्तिहान लेती है। - शक्ति

5. मोहब्बत जो डरती है वो मोहब्बत नहीं..अय्याशी है गुनाह है। - मुगल-ए-आजम

7. कुल्हाड़ी में लकड़ी का दस्ता ना होता, तो लकड़ी के काटने का रास्ता ना होता। - क्रांति

9. जब पेट की रोटी और जेब का पैसा छिन जाता है ना, तो कोई समझ वमझ नहीं रह जाती है आदमी के पास - नया दौर

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari