Dilip Kumar 10 Best dialogues: दिलीप कुमार के ये 10 बेस्ट डाॅयलाग हमेशा किए जाएंगे याद
कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। दिलीप कुमार एक बेहतरीन एक्टर तो थे, साथ ही उनका डाॅयलाग बोलने का जो अंदाज था। वह काबिलेतारीफ था, मुगले आजम से लेकर नया दौर और देवदास तक, हर फिल्म में वह जिस अंदाज में डाॅयलाग डिलीवरी करते थे, वो लाइनें आज अमर हो गई। आइए देखें दिलीप साब के 10 बेस्ट डायॅलाग कौन-कौन से हैं।
1. कौन कमबख्त है जो बर्दाश्त करने के लिए पीता है, मैं तो पीता हूं कि बस सांस ले सकूं - देवदास7. कुल्हाड़ी में लकड़ी का दस्ता ना होता, तो लकड़ी के काटने का रास्ता ना होता। - क्रांति