प्रिंसिपल करेंगे क्वेश्चन पेपर की सुरक्षा
Board exam की तैयारियों को लेकर principal के साथ हुआ मंथन
DIOS ने सभी school के principal को दिए निर्देशALLAHABAD: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा की तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं। जिले में बोर्ड परीक्षाओं के सकुशल आयोजन को लेकर सोमवार को डीआईओएस की अध्यक्षता में जिले के सभी स्कूलों के प्रिंसिपल की मीटिंग हुई। इसमें प्रिंसिपलों को बोर्ड परीक्षा के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। सेंट एन्थोनी गर्ल्स इंटर कालेज में मीटिंग के दौरान डीआईओएस कोमल यादव ने प्रिंसिपल को निर्देश देते हुए प्रश्नपत्रों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए भी कड़े कदम उठाने की बात कही। उन्होंने प्रिंसिपल को निर्देश देते हुए कहा कि नकल विहीन परीक्षा कराना केन्द्र व्यवस्थापक की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी। ऐसे में सभी केन्द्रों के व्यवस्थापक परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
509 centers पर board examबोर्ड परीक्षा के लिए इस बार जिले में कुल 509 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। इसमें हाई स्कूल और इंटरमीडिएट के लिए कुल 2 लाख 29 हजार स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल होंगे। डीआईओएस ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के लिए प्रश्नपत्रों के वितरण का कार्य मंगलवार से शुरू कर दिया जाएगा। ताकि सभी परीक्षा केन्द्रों पर प्रश्नपत्रों को समय से पहुंचाया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए भी प्रिंसिपल को विशेष सक्रियता बरतने का निर्देश दिया। इस दौरान पुलिस विभाग के अधिकारी भी मीटिंग में मौजूद रहे। पुलिस विभाग के अधिकारियों ने प्रिंसिपल को बताया कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम रहेंगे। किसी भी विद्यालय में अगर सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की समस्या होती है, तो वह संबंधित थानाक्षेत्र में तत्काल सूचना दें। मीटिंग में एडीआईओएस संजय कुशवाहा, एडीआईओएस गोविंद राम, एडीआईओएस प्रवीन त्रिपाठी समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
बॉक्स एसडीएम और प्रिंसिपल में नोकझोंक सेंट एन्थोनी गर्ल्स इंटर कालेज में मीटिंग के दौरान उस समय हंगामा हो गया। जब एक प्रिंसिपल और एसडीएम के बीच तू-तू-मैं-मैं हो गई। कालेज में प्रिंसिपल की मीटिंग के लिए एसडीएम भी पहुंचे थे। मीटिंग हॉल में जाते समय एक स्कूल के प्रिंसिपल से एसडीएम को धक्का लग गया। इसके बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। विवाद बढ़ता देख डीआईओएस को खुद बीच बचाव कर मामला खत्म कराया।